बीनागंज। ग्राम अमरगढ़ खड़िया में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं रामायण कथा का आयोजन 27 सितंबर से प्रारंभ किया गया है जिसमें सोमवार को श्री कृष्ण जन्म कथा सुनाई गई। श्रीमद् भागवत कथा एवं रामायण कथा का समापन 4 अक्टूबर को किया जाएगा।
श्रीमद्भागवत कथा : 4 अक्टूबर को महा प्रसादी का आयोजन
कथावाचक पंडित अशोक कुमार शर्मा ग्राम देहरी वालों द्वारा श्रीमद् भागवत कथा एवं रामायण कथा का वाचन किया जा रहा है। भागवत मूल पाठक रूद्र अभिषेक, आचार्य पण्डित शिवप्रसाद शर्मा के सानिध्य में आयोजन कर्ता लटूर सिंह लवबंसी पूर्व सोसायटी अध्यक्ष पवन कुमार लाइन संचालक विद्युत मंडल द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा श्री राम चरित्र मानस कथा एवं शिव अभिषेक का आयोजन ग्राम अमरगढ़ खड़िया में आयोजित किया जा रहा है।
आयोजन में श्रीमद् भागवत कथा पांडाल में कथावाचक द्वारा कथा एवं भगवान श्री कृष्ण के भजनों पर भक्तों ने नाचते गाते हुए श्रीमद् भागवत कथा सुनने का आनंद लिया। ग्राम अमरगढ़ खड़िया में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के समापन पर आयोजन कर्ता द्वारा 4 अक्टूबर को महा प्रसादी का आयोजन रखा गया है।
श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव पर झूमे श्रद्धालु
अमरगढ़ खड़िया में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी में भगवान श्रीकृष्ण को लड्डूओं का भोग लगाया गया।
इस अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा एवं रामायण कथा वाचक पंडित अशोक कुमार शर्मा देहरी वालों ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया।
इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रीमद्भागवत एवं रामायण कथा पंडाल में श्रद्धालु मौजूद थे।