- ढ़ाढा मिल अनुदान पर दे रही ट्रैक्टर चालित तितली यंत्र: करन सिंह
कुशीनगर,(मुन्ना राय)। गन्ना फसल (Sugarcane crop) में मिट्टी चढ़ाने से गन्ना फसल गिरता नहीं है जड़ों का विकास होता है, खरपतवार घास नष्ट हो जाते हैं। जिससे 20- 25 प्रतिशत गन्ने का औसत उपज बढ़ जाता है। यह जानकारी उप्र गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र पिपराईच गोरखपुर के पूर्व सहायक निर्देशक, गन्ना वैज्ञानिक ओम प्रकाश गुप्ता ने हाटा ब्लाक के ग्राम डुमरी संवागी पट्टी में किसानो को दी।
उन्होंने बताया कि गन्ने के जड़ों के पास मिट्टी चढ़ाने से नए जड़ों का विकास तेजी से होता है। सूर्य का प्रकाश जड़ तक जाती है। जलनिकास में सुविधा रहती है, मिट्टी चढ़ाने से चूहों के नियंत्रण में सहायक है और स्वस्थ गन्ना बीज प्राप्त होता है। पेड़ी के लिए किल्ले- पुआड़ी अधिक निकलते हैं। किसान हसनैन मिर्जा ने अपना खेत दिखाते हुए बताया कि ट्रैक्टर चालित मिट्टी चढ़ाने वाले यंत्र तितली से मिट्टी चढ़ाया है। चीनी मिल ढ़ाढा से छोटा ट्रेक्टर और छोटा ट्राली भी दिया है जिससे 40 हजार रूप्या कमाया है।
लगभग 5 बिगहा गन्ना प्रजाति 0118 को. शा.17231, 18231, 16202 की बुआई की है। गन्ने का मूल्य न बढ़ाने तथा गेहूँ धान का दाम हर साल बढ़ने तथा गन्ने की खेती में लगात बढ़ाने के कारण इस साल किसान कम गन्ना बोए है। बैजनाथ गुप्ता ने बताया कि हमने ढ़ाढा चीनी मिल से आटोमेटिक केन प्लान्टर चीनी मिल ढाढा से 1.23 लाख में खरीदा। कृषि कृषि यंत्रों से लाभ है मजदूर नहीं मिल रहे है।
ढाढा चीनी मिल के अधिशाषी अध्यक्ष करन सिंह के अनुसार गन्ने की खेती को लाभकारी बनाने तथा मजदूरों की समस्याओं को दूर करने के लिए ऑटोमैटिक केन प्लांटर, पेड़ी प्रबंधन यंत्र, गन्ने के पौधो की रोपाई यत्र, गन्ना कटाई यंत्र, मिट्टी चढ़ाने का यंत्र “छिलाई का यंत्र, छोटा ट्रैक्टर, छोटा ट्रॉली, गन्ने की खेती से जुड़े सभी आधुनिक तकनीक से बना गन्ना कृषि यंत्र अनुदान पर दिया जा रहा है जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है। गन्ने की उन्नत खेती के लिए चीनी मिला द्वारा गांव गांव विशेष प्रशिक्षण अभियान चलाया जा रहा है।