उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक अनोखा मामला सामने आया है. जहां एक शख्स का बिजली का बकाया बिल 12 लाख रुपये से ज्यादा का आया. बिल देखकर वह परेशान नहीं हुआ बल्कि, विद्युत विभाग वाले बिल जमा करते समय जरूर परेशान हो गए. क्योंकि ये शख्स 11 लाख रुपये के चिल्लर यानी सिक्के लेकर बिजली का बिल जमा करने पहुंचा था.
दरअसल, हाथरस में एक चिलर प्लांट का बिजली का बकाया बिल 12 लाख रुपये आया था. उसके बाद चिलर प्लांट मालिक बिल जमा करने पहुंचे. जिसके लिए वह 11 लाख रुपये के सिक्के लेकर बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचा. इतनी बड़ी संख्या में सिक्के देखकर बिजली विभाग के कर्मचारी परेशान हो गए. उन्होंने चिलर प्लांट के मालिक को सिक्के लेने से मना कर दिया.
विद्युत विभाग के अधिकारियों ने चिलर प्लांट के मैनेजर को लिखित में बताया कि बैंक इतनी बड़ी मात्रा में सिक्के स्वीकार नहीं करते, इसलिए वह बकाए की इस राशि को सिक्के के रूप में जमा नहीं कर सकते. उसके बाद चिलर प्लांट मैनेजर ने इसे आरबीआई के निर्देशों का उल्लंघन बताते हुए नोटिस देने की बात कही है.
चिलर प्लांट के मैनेजर का दावा है कि बकाया जमा करने के लिए वह विभाग के दफ्तर के चक्कर लगा रहा है. लेकिन बकाया जमा नहीं किया जा रहा. शनिवार को चिलर प्लांट के मैनेजर कपिल पाठक ने बताया कि विभाग द्वारा बिल जमा नहीं किए जाने के चलते ही प्लांट पर इतनी बड़ी रकम बकाया बन गई है.
चिलर प्लांट के मैनेजर का कहना है कि चिलर प्लांट से निकलने वाली बर्फ और दूध आदि की बिक्री से उन्हें सिक्के प्राप्त होते हैं. उन्हीं सिक्कों से वे सभी विभागों को भुगतान करते हैं. इसके लिए वह आरबीआई से जारी और चलन में रहने वाले सिक्कों को लेकर भुगतान करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी सिक्कों को स्वीकार नहीं कर रहे.
उनका कहना है कि उन्होंने लिखित में अधिशासी अभियंता को सिक्के स्वीकार न किए जाने की शिकायत की है, उन्होंने भी लिखित में सिक्के स्वीकार करने से मना कर दिया. वह शनिवार को भी 10.94 हजार रुपए के सिक्के लेकर बिजलीघर पहुंचा था, लेकिन विभाग ने सिक्के लेने से मना कर दिया.