बुलगढ़ी केस की जांच कर रही गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) की समय सीमा को 10 दिन और बढ़ा दिया गया है. बुधवार को हाथरस कांड की जांच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपनी थी, लेकिन जांच का दायरा बढ़ने की वजह से प्रमुख सचिव (गृह) ने 10 दिन का और वक्त दिया है. बता दें कि एसआईटी द्वारा प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के एसपी, सीओ समेत 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. एसआईटी को जांच के लिए सात दिन दिए गए थे.
बता दें कि इस मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. पीड़ित परिवार और विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी गठित कर जांच रिपोर्ट तलब की थी. हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर दी थी.
ये है पूरा मामला- गौरतलब है कि हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की से 4 लड़कों ने कथित रूप से गैंगरेप किया और उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की. बाद में पीड़िता को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया, लेकिन तबीयत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया था, जहां 29 सितंबर को इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. लेकिन, उस वक्त बवाल मच गया जब पुलिस ने रात में ही परिजनों को बिना शव सौंपे उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इस घटना के बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक आक्रोश देखने को मिला.