कुशीनगर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने एक 8 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स में पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, सभी उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी और परिवहन अधिकारी शामिल हैं।
जिले में वर्तमान में कोई भी खनन पट्टा या अनुज्ञा पत्र संचालित नहीं है। छोटी गण्डक नदी क्षेत्र के नेबुआ नौरंगिया, कुर्मीपट्टी समेत 30 से अधिक स्थानों पर अवैध खनन की शिकायतें मिल रही हैं। बड़ी गण्डक नदी क्षेत्र में भी कटाई भरपुरवा, भैसहा एहतमाली सहित कई इलाकों में अवैध खनन की समस्या है।
डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि छोटी गण्डक नदी क्षेत्र नेबुआ नौरंगिया, कुर्मीपट्टी, नौका टोला, कुटिया, सिधावट, रामबाग, बभनौली, सुअरहॉ, सोहसा, परवरपार, गडेरीपट्टी, मथौली (फरदहा), मुड़िला हरपुर, लालीपार, डुमरी स्वांगीपट्टी, रेघवनिया, महुआडीह, दुबौली, अकटहा, सिकटिया, देवराज पिपरा, पचरूखिया, त्रिलोकपुर, हेतिमपुर, पुरैनी, जगरनाथपुर, रगड़गंज, हसनगंज, खोटही, बालाछत्तर एवं बड़ी गण्डक नही क्षेत्र कटाई भरपुरवा, भैसहा एहतमाली, जटहॉ, पनियहवॉ, विरवट कोन्हवलिया, में अवैध खनन व परिवहन से सम्बन्धित शिकायत प्राप्त होती है, जिसमें तहसील व थाना स्तर पर कोई प्रभावी कार्यवाही न होने से अवैध खनन व परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण नही हो पा रहा है।
डीएम ने सभी उप जिलाधिकारियों और पुलिस उपाधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करें। शासन के आदेश के अनुसार, थाना स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष को तुरंत संबंधित उप जिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी को सूचित करना होगा। अधिकारियों की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।