पाक के निर्वासित नेता व मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के फाउंडर अल्ताफ हुसैन को लंदन में अरैस्ट कर लिया गया. 15 अफसरों की टीम ने मंगलवार को स्कॉटलैंड यार्ड में छापा मारकर अल्ताफ को हिरासत में लिया है. 65 वर्ष के हुसैन पर 2016 में भड़काऊ सम्बोधन देने व समर्थकों से कानून हाथ में लेने की अपील करने का आरोप है.पुलिस के मुताबिक, मेट्स काउंटर टेररिज्म कमांड के अधिकारी इस सारे मुद्दे की जाँच कर रहे हैं. पाकिस्तानी एमक्यूएम के फाउंडर इससे पहले भी कई बार भड़काऊ सम्बोधन दे चुके हैं. पुलिस टीम अगस्त 2016 व उससे पहले दिए गए सभी भाषणों की जाँच कर रही है.एमक्यूएम के सूत्रों ने गिरफ्तारी की पुष्टि की
पाक मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, एमक्यूएम के सूत्रों ने अल्ताफ की गिरफ्तारी की पुष्टि की. वहीं, लंदन पुलिस ने बगैर अल्ताफ का नाम बताया, ‘‘60 वर्ष के एक आदमी को लंदन के उत्तर-पश्चिमी इलाके से हिरासत में लिया है. इसे भड़काऊ सम्बोधन देने के आरोप में धारा 44 के तहत हिरासत में लिया है. यह बहुत ही गंभीर क्राइम की श्रेणी में आता है. उसे पुलिस व अपराधी एविडेंस एक्ट के तहत कस्टडी में रखा गया.’’
अल्ताफ के पास ब्रिटिश नागरिकता भी
अल्ताफ 1990 से यूके में रह रहा है. उसे ब्रिटिश नागरिकता भी मिली हुई है. उसकी राजनीतिक पार्टी पहले ही टूट चुकी है. एमक्यूएम पिछले तीन दशकों में पाक के अंदर प्रभुत्व में आई. इसका सबसे ज्यादा असर कराची में रहा है. यह पार्टी 1947 बंटवारे के बाद पाक आए उर्दू बोलने वाले मुहाजिर्स के लिए कार्य करती है.
पाक ने प्रत्यर्पण की मांग की
यह टीवी व टेलिफोन के जरिए समर्थकों को सम्बोधन देता रहा है. यह हमेशा ही पाकिस्तान आर्मी व आईएसआई के विरूद्ध बोलता रहा. यह अपने समर्थकों को भड़काने वाले बयान देता रहा. अल्ताफ अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए प्रेरित भी करता है. पाकिस्तान सरकार ने अल्ताफ को ट्रायल के लिए प्रत्यर्पण की मांग की है.