जब महिलाएं पहली बार मां बनती है तो गर्भावस्था से लेकर बच्चों के पालन पोषण तक में अनेक दिक्कतें आती हैं. ऐसी ही एक बच्चों की समस्या से नयी मांओं को गुजरना पड़ता है वो है दूध पीने के बाद उल्टी करना. ज्यादातर बच्चे दूध पीने के बाद उल्टी कर देते है जिससे स्त्रियों को लगता है कि उनके बच्चे को दूध अच्छा से पच नहीं रहा है या उसे कोई व समस्या है. ऐसे में आपको घबराने की जरुरत नहीं है. यह एक सामान्य प्रकिया है जो लगभग हर बच्चे के साथ होती है.
दूध पीने के बाद अगर आपका बच्चा उल्टी करता है तो ये उसके स्वस्थ होने की निशानी व अच्छे पाचन शक्ति का इशारा हैं. दूध पीने के बाद बच्चा उल्टी नहीं करता तो यह एक घबराने वाली बात है. ऐसे में तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए.
फायदेमंद है उल्टी होना जब आप बच्चे को कुछ खिलाती या दूध पिलाती है तो उसे गोद में ही लेटाकर रखती हैं. इस दौरान उल्टी हो जाने पर बच्चे की छाती हल्की हो जाती है व बच्चे को सुकुन की नींद आती है.
उल्टी के कारण बच्चा जब दूध पीता है तो ये दूध उसके मस्कुलर ट्यूब से होकर उसके पेट में जाता है. ये मस्कुलर ट्यूब इसोफेगस कहलाती है. इसोफेगस व पेट को जोड़ने के लिए एक मसल्स रिंग होती है. ये रिंग दूध पीने के दौरान खुल जाता है व जैसे ही बच्चा दूध पीना बंद करता है ये रिंग बंद हो जाती है व सारा दूध वापस इसोफेगस में चला जाता है. इस प्रक्रिया की वजह से उल्टी होती है. जबरदस्ती उल्टी रोकना है खतरनाक बच्चे की उल्टी को रोकने की प्रयास न करें. अगर आप उल्टी रोकने की प्रयास करेंगे तो इससे बच्चे की छाती में घुटन होने लगेगी. बच्चे की उल्टी उसके स्वस्थ होने की निशानी है.
जरुरत से ज्यादा उल्टी को रोकने के कुछ उपाय -बच्चे को कुछ खिलाने के बाद करीब आधा घंटा बैठाकर रखें. -बच्चे को एक साथ पूरा खाना न खिलाएं बल्कि थोड़ा-थोड़ा करके खिलाएं.-दूध पिलाने के बाद बच्चे को पीठ के बल ही लिटाएं. -इन उपायों से होने कि सम्भावना है आपके बच्चे को कुछ कम उल्टी आए.