बारिश का महीना इंडियन रेलवे के लिए वर्ष की सबसे खुशखबरी लेकर आया है। इन दिनों इंडियन रेलवे की पंक्चुअलिटी करीब 78 प्रतिशत हो गई है। यानि रेलवे की 78 प्रतिशत ट्रेनें अपने समय पर चल रही हैं व वो लेट नहीं हो रही हैं। यह आंकड़ा इस वर्ष का सबसे अच्छा आंकड़ा है। इंडियन रेलवे ने समय पर ट्रेनें चलाने का यह रिकॉर्ड बीते 16 जुलाई को बनाया है।इस कारण हो रहा है फायदा
दरअसल, पूर्वी हिंदुस्तान व पूर्वोत्तर में हो रही बारिश व बाढ़ की वजह से रेलवे को करीब 50 ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। इसकी वजह से रूट पर कंजेशन कम हो गया है व ट्रेनों को खाली ट्रैक मिल रहा है। इसकी दूसरी वजह यह भी है कि बारिश के दौरान इंजीनियरिंग व मेंटेनेंस से जुड़े कार्य भी आमतौर पर नहीं हो पाते हैं। ट्रैक पर ऐसे कार्य करने के लिए रेलवे की तरफ से ब्लॉक दिया जाता है व उस दौरान ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं चलाई जाती है, जिससे ट्रेनें खड़ी रहती हैं व लेट हो जाती हैं.
17 जुलाई को रेलवे की पंक्चुअलिटी रही 77 प्रतिशत।
16 जुलाई को 78 फीसदी ट्रनें समय पर चलीं।
15 जुलाई को 75 फीसदी ट्रेनें समय पर चलीं।
पंक्चुअलिटी के लिहाज से सबसे घटिया रिकार्ड की बात करें तो नॉर्थ सेंट्रल रेलवे में महज़ 57 प्रतिशत ट्रेनें समय पर चल पाती हैं। रेलवे का इलाहाबाद, आगरा व झांसी डिविजन NCR जोन के अंदर आता है। जबकि घटिया प्रदर्शन के मुद्दे में साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे दूसरे नंबर पर आता है व इसकी पंक्चुअलिटी करीब 61 प्रतिशत है। SECR में रेलवे के बिलासपुर, रायपुल व नागपुर डिविज़न आते हैं।
ऐसा है नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे का हाल
जबकि नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे के वाराणसी डिविजन में आते ही करीब 375 ट्रेनें व नॉर्दर्न रेलवे के लखनऊ डिविजन में करीब 785 हर हफ़्ते लेट हो जाती हैं। इन दोनों ही मंडलों का रिकॉर्ड वैसे सबसे घटिया है व ये 50 प्रतिशत से भी कम ट्रेनें समय पर चला पाते हैं।