विद्यार्थी जीवन में और विद्यार्थियों को गुलाब की सुगंध का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इससे मन चंचल होता है. क्या आप जानते हैं कि फूलों की सुगंध का ज्योतिषीचक्र में भी बड़ा महत्व होता है. आइए जानते हैं कि किस फूल की महक से आपका भाग्य जगा सकती है-
मोगरा
– यह गर्मियों का एक सुगन्धित फूल है.
– इसकी सुगंध से शुक्र ग्रह मजबूत होता है.
– धन, संपत्ति और सम्पन्नता, इस फूल की सुगंध से प्राप्त हो सकती है.
– इस फूल को सफेद रुमाल में लपेट कर रखना चाहिए.
– जब भी धन सम्बन्धी किसी कार्य के लिए जाना हो , मोगरे की सुगंध लगाकर जाएं.
रातरानी
– इसके छोटे छोटे फूल रात को खिलते हैं .
– यह मुख्य रूप से चन्द्रमा का फूल है.
– इसकी सुगंध का प्रयोग करने से मन शांत होता है और अवसाद कम होता है.
– रात रानी का पौधा शयन कक्ष के पास लगायें तो उत्तम होता है.
– इसके फूलों के गुच्छे को अपने पलंग के पास रखना चाहिए.
बेला-चमेली
– बेला और चमेली लगभग एक ही स्वभाव का फूल है.
– इसकी सुगंध थोड़ी तेज होती है, अतः यह शुक्र के ताक़तवर स्वरुप से सम्बन्ध रखती है.
– इसकी सुगंध का प्रयोग केवल विवाह के हो जाने के बाद ही करना चाहिए.
– यह शारीरिक आकर्षण बढ़ा देता है, अतः विद्यार्थी जीवन में इसका प्रयोग न करें.
केवड़ा
– केवडा , सुगन्धित फूलों वाले वृक्षों की एक प्रजाति है.
– इसकी दो प्रजातियां हैं- पीली और सफ़ेद.
– सफेद को केवडा और पीली प्रजाति को केतकी कहा जाता है.
– इसकी सुगंध का प्रयोग करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है.
– स्नान करने के पूर्व जल में केवड़ा डालकर स्नान करने से, नकारत्मक ऊर्जा दूर होती है.
– साथ ही मूल नक्षत्र की पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
चन्दन
– चन्दन के फूल नहीं , बल्कि इसका काष्ठ सुगन्धित होता है.
– इसकी सुगंध दैवीय मानी जाती है, इसीलिए देवी देवताओं की उपासना में प्रयुक्त होती है.
– चन्दन की सुगंध का प्रयोग करने से मन एकाग्र होता है और आत्मविश्वास बढ़ जाता है.
– शिवलिंग पर चन्दन का लेप करके जल अर्पित करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है.
– चन्दन की सुगंध का नियमित प्रयोग करने से याददाश्त बेहतरीन हो जाती है.