सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने राजनीतिक फायदा के लिए पत्रकार जमाल खशोगी की मर्डर के मुद्दे को भुनाए जाने के विरूद्ध आगाह किया है. बिन सलमान की इस चेतावनी को तुर्की पर परोक्ष हमले के तौर पर देखा जा रहा है. पिछले वर्ष अक्टूबर में तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में खशोगी की निर्ममता से मर्डरकर दी गई थी. इसके बाद मोहम्मद बिन सलमान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा धूमिल हो गई थी व तुर्की व सऊदी अरब के रिश्तों में तनाव आ गया था. तुर्की के अधिकारियों ने सबसे पहले मर्डर की समाचार दी व वे सऊदी अरब पर खशोगी के मृत शरीर के बारे में जानकारी देने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं. अब तक खशोगी के मृत शरीर का पता नहीं चल सका है. अरबी भाषा के अखबार ‘अशरक अल वुस्त’ को दिए एक इंटरव्यू में मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, ‘जमाल खशोगी की मर्डर बहुत ही पीड़ादायी क्राइम है.’
रविवार को प्रकाशित इस इंटरव्यू में तुर्की का नाम लिए बिना क्राउन प्रिंस ने कहा, ‘राजनीतिक फायदा के लिए इसे भुनाने वाला चाहे कोई भी हो, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए व उसे सबूत (सऊदी अरब की) न्यायालय में पेश करने चाहिए ताकि न्याय में मदद मिल सके.’ मोहम्मद बिन सलमान ने यह भी बोला कि वह तुर्की सहित सभी इस्लामी राष्ट्रों के साथ मजबूत संबंध चाहते हैं.
खबरों के अनुसार, सीआईए ने बोला था कि खशोगी की मर्डर मोहम्मद बिन सलमान के आदेश पर हुई. सऊदी अधिकारियों ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया. अमेरिका निवासी खशोगी मोहम्मद बिन सलमान के धुर आलोचक थे.