लखनऊ। शिक्षण संस्थाओं में बहुजन छात्र-छात्राओं को कथित जातिवादी मानसिकता और उत्पीड़न से बचाने के लिए भीम आर्मी ने संगठन की छात्र शाखा को ‘भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन’ की शुरुआत की थी। इसका मकसद देश भर के दलित युवाओं को संगठन से जोड़ना था। इसके लिए बाकायदा ऑनलाइन सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को इसी शाखा का प्रथम राज्यस्तरीय सम्मलेन आयोजित हुआ, जिसमे बतौर मुख्या अतिथि संगठन के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ शामिल हुए।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने
ऐशबाग रामनगर के संत सुदर्शन पुरी कालोनी में आयोजित कार्यक्रम में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि भीम आर्मी एक सामाजिक संगठन है। युवाओं को इससे जोड़ने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर स्टूडेंट फेडरेशन का गठन किया गया है। संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि आज देश की शिक्षा प्रणाली को बदलने और निजीकरण करने की कोशिश हो रही है। वहीं सार्वजनिक कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में आरक्षण खत्म करने का प्रयास भी हो रहा है।
चंद्रशेखर ने कहा कि कई जगह देखने में आया है कि बहुजन छात्र-छात्राओं को जातिवादी मानसिकता और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर पर छात्राओं को भेदभाव और यौन उत्पीड़न का सामना भी करना पड़ रहा है। बहुजन छात्र-छात्राओं को न्याय दिलाने की लड़ाई भीम आर्मी लड़ रही है। ऐसे में इन सभी मुद्दों पर भीम आर्मी ने संघर्ष के लिए स्टूडेंट विंग का गठन किया है। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट विंग से जुड़ने के लिए गूगल पर जारी फार्म में नाम, फोन नंबर और यूनिवर्सिटी का नाम भरना होता है। स्टूडेंट विंग का अभियान फिलहाल यूपी में बड़े पैमाने पर चल रहा है। महाराष्ट्र अगला पड़ाव है।