बच्चों के साथ दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट इस कदर चिंतित हैकि उसने स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका दायर की है। अदालत ने कहा कि पिछले छह माह में बच्चों से रेप के 24 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं जो झकझोर देने वाले हैं।
मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने बताया कि एक जनवरी से जून तक देशभर में बच्चों से दुष्कर्म की 24,212 एफआईआर दर्ज हुई हैं। इनमें से 11981 मामलों में जांच चल रही है, जबकि 12231 केस में चार्जशीट पेश हो चुकी है लेकिन ट्रायल सिर्फ 6449 मामलों में ही शुरू हुआ है। इनमें भी सिर्फ चार फीसदी यानी 911 मामलों का निपटारा हुआ। अदालत ने वरिष्ठ वकील वी गिरि को न्याय मित्र नियुक्त करते हुए कहा, आप आंकड़ों का अध्ययन करें और सोमवार को सुझाव दें कि अदालत क्या निर्देश जारी कर सकती है।
इस मामले में जब एक वकील ने हस्तक्षेप करने का प्रयास किया तो कोर्ट ने उन्हें बैठा दिया और कहा कि इसमें किसी को दखल देने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ वरिष्ठ अधिवक्ता गिरि ही कोर्ट की मदद करेंगे। सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सरकार संजीदा हैं और इस मामले में पूरा सहयोग देंगे।
सुप्रीम कोर्ट चिंतित
मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा, हालात बेहद गंभीर हैं। कोर्ट ने सरकार को भी आंकड़े बताए और कहा कि हम विशेष अदालतें, तेज जांच और निर्धारित समय सीमा में ट्रायल, इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग और संसाधन बढ़ाने पर विचार करेंगे।
भयावह तस्वीर
– 24212 एफआईआर दर्ज हो गई इस साल सिर्फ छह माह में
– 16,863 मामले दर्ज किए गए थे 2016 में सालभर में