लखनऊ। बसपा ने मिशन 2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मैदान में उतरने से पहले बसपा ने अपने को मजबूत करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
बसपा से बगावत करने वाले
इसी सिलसिले में बसपा से बगावत करने वाले पुराने साथियों की घर वापसी की दिशा में काम शुरू किया गया है। इसकी कमान जोनल प्रभारियों को सौंपी गई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस से निकाले गए भालचंद्र यादव बसपा में शामिल हो सकते हैं।
एक-एक कर अलग हुएः बसपा में एक दौर ऐसा था कि सभी जातियों के कद्दावर नेता थे, लेकिन धीरे-धीरे एक-एक कर वह अलग होते गए। स्वामी प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक ने बसपा छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। नसीमुद्दीन सिद्दीकी नाराज हुए तो कांग्रेसी हो गए। आरके चौधरी की इतनी नाराजगी बढ़ी कि वह बागी हो गए। कॉडर के नेता इंद्रजीत सरोज सपाई हो गए।