मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से बुधवार को संसद भवन के एक हॉल में अंतर्राष्ट्रीय ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह के मुख्य वक्ता मुस्लिम मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार थे। समारोह के दौरान कई राष्ट्रों के राजदूत भी उपस्थित थे। वहीं देश के कई राज्यों से ऐसे सैकड़ों मुस्लिम भी आए थे जो मंच से जुड़े हुए हैं। इसमे एक बड़ी संख्या स्त्रियों की भी थी। समारोह को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार ने बोला “मैंने देश में माने जाने वाले सभी धर्म व संप्रदाय में बात की, विदेशों में माने जा रहे सभी धर्म के लोगों से भी बात की व एक ही वस्तु पूछी की क्या आपके धर्म की पवित्र किताब में कही भी, एक बार कट्टरता शब्द लिखा है क्या।
बड़ी हैरत की बात है कि सभी ने मुझे ना में उत्तर दिया। देश ही नहीं संसार का कोई भी एक ऐसा इंसान नहीं मिला जिसने बोला हो कि फला धर्म या संप्रदाय की पवित्र किताब में कट्टरता शब्द लिखा है। जब हमारी पवित्र किताबों में कट्टरता शब्द नहीं लिखा है तो फिर ये लोगों के दिल व दिमाग में कहां से आ गया।
समारोह में उपस्थित विभिन्न राष्ट्रों के राजदूत व दूसरे लोगो से मैं अपील करता हूं कि ईद के मुबारक मौके पर आप खुदा से वादा करो कि कट्टरता को नहीं मानोगे व आज ही कट्टरता को तलाक दे दो। ”
इंद्रेश कुमार कहे पहली बार मुझे कश्मीर से आया था ‘लव लैटर’
ईद मिलन समारोह के मौके पर इंद्रेश कुमार ने बोला कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक कार्य कर रहा है। हमे बहुत सारे लोगों का प्यार मिलता है। ये ही वजह है कि मुझे सबसे पहला जो लव लैटर कश्मीर से मिला था वो किसी लड़की या महिला ने नहीं लिखा था।