बरसात का मौसम सभी को भाता है. झुलसाती गर्मियों के बाद ठंडी फुहार न सिर्फ प्रकृति की सुंदरता को बढ़ा देती है, बल्कि ज़िंदगी में भी एक नया उल्लास भर देती है. मगर सबसे ज्यादा संक्रामक बीमारियां भी बरसात में ही होती हैं. हमारा भोजन हमारे स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है. इसलिए जहां भोजन पकता है यानी रसोई घर को पवित्र स्थान के रूप में माना जाता है. अगर वह साफ नहीं है तो उसके दुष्परिणाम घर के सभी सदस्यों को झेलने पड़ते हैं. इसलिए पुरने लोग रसोई की पवित्रतता यानी साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखते थे. अब चूंकि रसोई में तरह-तरह के आधुनिक उपकरण प्रयोग होने लगे हैं, उनकी साफ-सफाई का कुछ अलग तरह से ध्यान रखना पड़ता है.गैस चूल्हा
बरसात के मौसम में हर समय आर्द्रता यानी नमी बनी रहती है. हमारा गैस का चूल्हा जिस पर सारे दिन कुछ न कुछ पकता रहता है, चिकनाई व अन्य तरल पदार्थ उसके पेचों, सिलिंडर के पाइप, चूल्हे आदि पर जाने-अनजाने गिरते रहते हैं. पोंछने के बाद भी उसका कुछ न कुछ अंश चिपका रह जाता है. मौसम की नमी पाकर इस चिकनाई, मसालों, रसा वगैरह के बचे अंश में बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं. इसलिए इस मौसम में चूल्हे की सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. इनकी सफाई हर तीसरे-चौथे दिन गरम पानी में नींबू का रस व डिटर्जेंट पाउडर मिला कर करें. इससे न सिर्फ आपका गैस चूल्हा चमकेगा, बल्कि उसमें पल रहे बैक्टीरिया भी समाप्त हो जाएंगे.
चिमनी व पंखे
पहले घरों में चिमनियां हुआ करती थीं. उसकी स्थान आज के जमाने में इलेक्ट्रिक चिमनी व एक्जॉस्ट पंखे ने ले ली है. ये जितने उपयोगी हैं उतनी देखरेख भी मांगते हैं. अगर इनकी नियमित सफाई पर ध्यान न दिया जाए तो एक समय के बाद चिकनाई व उसमें चिपकी गंदगी इनमें से टपकने लगती है, जो खाद्य पदार्थों पर भी गिर सकती है. इनकी सफाई एक महीने के अंतराल पर जरूर करनी चाहिए, जिसे आप खुद भी कर सकते हैं या फिर क्लीनर से भी साफ करवा सकते हैं. अगर आपको खुद करना है तो गरम पानी में बेकिंग सोडा व डिश वॉश सोप मिला कर ब्रश की मदद से चिमनी को साफ कर सकते हैं. हाथों में दस्ताने पहनना न भूलें, क्योंकि चिकनाई युक्त गंदगी आपके हाथों में लग सकती है. एक्जॉस्ट फैन को साफ करने से कुछ देर पहले उसके डैनों को खोल कर गरम पानी में डुबों दें.
माइक्रोवेव ओवन
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में ओवन हमारी जिंदगी की एक अहम आवश्यकता बन गया है. बरसात के मौसम में इसमें भी नमी आ जाती है. इसकी नियमित सफाई बड़ी ही सरलतासे कर सकते हैं. इसके लिए आप एक कांच की कटोरी में आधा भर के पानी लें व उसमें सफेद सिरका एक चम्मच डाल दें व माइक्रोवेव के अंदर रख दें व पांच मिनट के लिए इसे चालू कर दें. इसके बाद कटोरी को बाहर निकल लें. अब एक सूखे कपड़े से पोंछ दें, अंदर की चिपचिपाहट बड़ी ही सरलता से साफ हो जाएगी. उसकी कांच की ट्रे को बहर निकाल कर साफ कर लें. न भूलें कि माइक्रोवेव की सर्विस वर्ष में एक बार जरूर करवा लें, क्योंकि इसमें नमी के कारण छोटे-छोटे कॉकरोच अंदर ही अंदर पैदा हो जाते हैं, जो हमें दिखते नहीं हैं. इसको पूरा खोल कर साफ करवाना महत्वपूर्ण है.
रेफ्रिजरेटर
अगर हम फ्रिज को छोटा भंडारघर कहें, तो गलत नहीं होगा, क्योंकि खाने योग्य खाद्य-पदार्थों को सुरक्षित रखने में फ्रिज की अहम किरदार है. इसलिए इसकी साफ-सफाई भी उतनी ही अहम है. वैसे तो फ्रिज साफ करने का कोई समय नहीं होता, जब लगे कि फ्रिज थोड़ा खाली हो गया है, तो उसे डीफ्रॉस्ट करके सारा सामान बाहर निकल दें. फ्रिज साफ करने के लिए घरेलू क्लीनर बेहतर तरीका है. इसे बनाने के लिए एक कप अमोनिया, आधा कप विनेगर व चौथाई कप बेकिंग सोडा लें. इन सबको एक स्प्रे बोतल में डाल कर थोड़ा पानी मिला कर हिला लें. फ्रिज साफ करने का घरेलू क्लीनर बन जाएगा. इससे आप हर सप्ताह अपने फ्रिज को अंदर से बहर तक साफ कर सकते हैं. यह फंफूद लगने से भी बचाता है.
रसोईघर की सिंक
सिंक में जूठे बर्तन, चिकनाई युक्त बर्तन धुलते हैं, जिससे चिपचिपा ग्रीस जम जाता है. यों तो ज्यादातर लोग डिश बार से ही सिंक को भी साफ कर लेते हैं, पर उससे गंध नहीं जाती है.सिंक से चिचिपा ग्रीस हटाने के लिए पहले गरम पानी डालें, उसके बाद आधा कप सफेद सिरका डालें व बेसिन को थोड़े से बेकिंग पाउडर से साफ करें. सिंक के पाइप की अनदेखी न करें.महीने में एक बार उसे निकाल कर चौड़े ब्रश की मदद से बाहर से साफ करें व समय-समय पर उसे बदलतें भी रहें.
अन्य भाग
किचन की कैबिनेट यानी जिस पर चूल्हा रखा जाता व भोजन पकाने संबंधी अन्य गतिविधियां की जाती हैं, उसे साफ करने के लिए लिक्विड सोप व सफेद सिरका का प्रयोग करें. उसके बाद एक साफ कपड़े से पोंछें व साबुन के घोल से कैबिनेट को अंदर से साफ करें. किचन के दरवाजे, खिड़कियों व फर्श पर भी हल्की-सी चिपचिपाहट हो जाती है. आते-जाते हमारे हाथ उन पर लगते रहते हैं. अगर दरवाजे फाइबर या एल्युमीनियम के हैं, तो बड़ी सरलता से लिक्विड सोप से साफ हो सकते हैं, पर लकड़ी के दरवाजों को सूखे कपड़े से नियमित साफ करते रहना चाहिए. यों तो किचन में पोछा सभी लगाते हैं, लेकिन पोंछा भी पानी में नमक डाल कर लगाना चाहिए, जिससे नकारात्मकता भी नष्ट होती है व किटाणु भी समाप्त हो जाते हैं. अगर जमीन पर कोई चिपचिपी वस्तु गिर गई हो, तो उस पर ब्लीच डाल दें व फिर उसे ब्रश से रगड़ें. फर्श को चमकदार बनाने के लिए आधा कप सिरके में गरम पानी डाल कर सफाई करें, किचन जगमगा उठेगा.
कुछ उपयोगी सुझाव
एक साफ व सुंदर रसोई में ही अच्छी स्वास्थ्य का राज छिपा होता है इसलिए घर के हर मेम्बर को रसोई व घर के कोने-कोने को साफ करने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए. रसोई में प्रयोग होने वाले बहुत-से उपकरणों की सफाई रोजमर्रा नहीं हो पाती. मसलन मिक्सी, ग्राइंडर, कटर, सैंडविच मेकर, टोस्टर, कद्दूकस, बर्तनों के स्टैंड, जो दीवारों पर लगे रहते हैं, उन सबकी नियमित सफाई निहायत ही महत्वपूर्ण है. इनके अंदर, किनारों पर तिलचट्टे छिपे रहते हैं, जो हमारे स्वस्थ्य को प्रभावित करते हैं. इसके अतिरिक्त रसोई घर के डिब्बों की सफाई कम से कम महीने में एक बार जरूर करें व उसमें अंदर रखे सामान को भी धूप दिखाएं व निश्चित अवधि में उनका सेवन करें वरना वे बेकार हो जाएंगे. रात में सोने से पहले किचन साफ कर दें. जूठे बर्तनों को सिंक में न छोड़ें, इससे कीड़े पनप सकते हैं. कीटनाशक स्प्रे का इस्तेमाल भी रात में रसोई में किया जा सकता है, पर ध्यान रहे उसके बाद रात में रसोई का उपयोग न करें.