गर्मी में दही को भिन्न-भिन्न रूप में व ढंग से खाया जाए तो स्वाद के साथ इसके पौष्टिक तत्त्वों में भी बढ़ोत्तरी होती है. गर्मी के माैसम में दही के कई विकल्प उपलब्ध हैं जिसमें छाछ, रायता व लस्सी खास हैं. इनमें फल और सब्जी को मिला दिया जाए तो इसके गुणों में व भी वृद्धि हो जाती है.फ्रूट दही : इस मौसम में अंगूर, सेब, अनार के दानें, पपीता, खरबूजा, केला जैसे फलों को छोटे टुकड़ों में काटकर गाढ़े दही में मिलाएं. फ्रिज में ठंडा करने के बाद खाने से शरीर का तापमान सामान्य बना रहता है.
वेजीटेबल दही : लौकी, तुरई, खीरा, टमाटर आदि को उबालकर या कच्चा ही छोटे-छोटे टुकड़े में काटकर थोड़े पानी मिले दही में मिलाकर खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलने के साथ मिनरल-विटामिन की पूर्ति होती है.
बूंदी-दही रायता : भुना और पिसा जीरा व पुदीना मिले दही या इससे बनी छाछ में नमकीन बूंदी को मिलाकर खाने से पाचन के साथ स्वाद भी बढ़ जाता है.
ठंडी दही लस्सी : गाढ़े दही से बनाई गई लस्सी बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद आती है. ध्यान रखें कि इसमें मीठा सीमित मात्रा से ज्यादा न हो.