ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उनका देश इस निष्कर्ष पर पहुंचा है किसऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए ईरान जिम्मेदार है। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रिटेन खाड़ी देश की सुरक्षा मजबूत करने के लिए अमेरिका नीत सैन्य प्रयासों में शामिल होने पर विचार करेगा।
जॉनसन ने यह भी कहा कि विश्व के सबसे बड़े तेल प्रतिष्ठान और तेल क्षेत्र में 14 सितंबर को हमले के बाद चरम पर पहुंचे पश्चिम एशिया तनाव को कम करने के लिए ब्रिटेन सहयोगी देशों के साथ मिल कर काम करेगा। इससे पहले ब्रिटेन हमले के लिए खुल कर ईरान को जिम्मेदार ठहराने से बच रहा था वहीं अमेरिका और सऊदी अरब ने सीधे सीधे ईरान पर आरोप लगाए थे।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यूयॉर्क जाने के दौरान संवाददाताओं से कहा कि ब्रिटेन का मानना है कि ड्रोन और क्रूज मिसाइल से जो हमले हुए हैं उसमें काफी हद तक ईरान का हाथ है। जॉनसन ने कहा, ”हम हमारे अमेरिकी और यूरोपीय मित्रों के साथ मिल कर खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए काम करेंगे।”
उन्होंने कहा कि वह ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात करेंगे । इसके अलावा उनका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।