लखनऊ – रविवार के दिन राजधानी के लिए अत्यंत दुखद साबित हुआ हर किसी के जुबान पर पूर्व विधायक के पुत्र के कुकृत्य की चर्चा थी । गौरतलब है की पूर्व विधायक अशोक कुमार रावत के पुत्र आयुष रावत नशे मे धुत्त होकर आई 20 कार से अपने चार अन्य दोस्तो के साथ रात मे फर्राटा भर रहा था तभी गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया व डालीबाग के समीप बने रैन बसेरे मे जा घुसी । रैन बसेरे मे तकरीबन अस्सी लोग रात काट रहे थे । बेकाबू कार ने 15 लोगो को अपने आगोश मे ले लिया जिसमे 5 लोगो की मौत हो गयी । घटना से कोहराम मच गया व लोगो का हुजूम एकट्ठा हो गया । भीड़ ने विधायक पुत्र समेत उसके एक दोस्त को दबोच लिया व पुलिस को सुपुर्द कर दिया जबकि विधायक पुत्र के तीन अन्य साथी फरार होने कामयाब रहे ।
समर सलिल ने उठाया था सवाल , दर्ज़ हुई रैन बसेरा लगाने वाली संस्था पर मुकदमा
समर सलिल ने सुबह पब्लिश किए खबर ने इस बात का जिक्र किया था की हादसा हो जाने के बाद निश्चित तौर पर वाहन चालक की लापरवाही सामने आ रही है परंतु इस हादसे को रोका जा सकता है । उक्त रैन बसेरा सड़क के किनारे बना हुआ था ऐसे मे रैन बसेरा काफी पहले से हादसे को दावत दे रहा था परंतु जिम्मेदार इससे मुँह चुरा रहे थे । राजधानी मे सड़क किनारे ऐसे बहुत से रैन बसेरे है जो किसी बड़े हादसे को दावत दे रहे है । सबसे बड़ा सवाल यह है की राजधानी मे रैन बसेरा सड़क के किनारे ही क्यो बनाया जा रहा है जबकि राजधानी से बहुत से पार्क उपलब्ध है जिन्हे रैन बसेरा की तरह उपयोग किया जा सकता है ।
जिलाधिकारी के निर्देश पर उचित धाराओ दर्ज हुआ मुकदमा
राजधानी के हजरतगंज थानक्षेत्र अंतर्गत डालीबाग समीप बहुखंडी मंत्री आवास के सामने उम्मीद संस्था ने मंत्रियो के सामने अपनी छवि बनाने के लिए रैन बसेरा का निर्माण कराया था हालांकि सारे मानको को तांख पर रखते हुये सड़क किनारे ही रैन बसेरा का निर्माण करा दिया था निसंदेह यह रैन बसेरा हर वक़्त मौत को दावत दे रही थी परंतु जिम्मेदार इससे मुह चुरा रहे थे हालांकि आज इस बड़े हादसे के बाद लखनऊ प्रशाशन की नींद हुई व जिलाधिकारी सतेन्द्र सिंह के निर्देश पर उम्मीद संस्था पर धारा 341 व 24क नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम के तहत हजरतगंज थाने मे मुकदमा पंजीकृत हुआ ।