गर्मी के मौसम में पानी में अठखेलियां करने का अलग ही मजा है। तपिश से राहत पाने के लिए स्विमिंग पूल, वॉटर पार्क में लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। बच्चे, बूढ़े व बड़े सभी इस तरफ आकर्षित हो रहे हैं। वाटर गेम्स का अलग ही मजा है लेकिन कई बार ये मौज-मस्ती सजा भी बन सकती है। स्विमिंग पूल के पानी में अठखेलियां करने से कई तरह की बीमारियों की आसार भी बनी रहती है। आइए जानते हैं कि किस तरह स्विमिंग पूल का पानी पहुंचा रहा है स्वास्थ्य को हद से ज्यादा नुकसान।
स्विमिंग पूल के पानी में कई लोग नहाते हैं। जाहिर सी बात है कि पानी में उन सभी के विषैले तत्व रह जाते हैं। ऐसे में गर्मियों में इस पानी में नहाने से डायरिया, पेट दर्द, पेट में मरोड़, स्किन इन्फेक्शन जैसी परेशानियां प्रारम्भ हो जाती हैं। इसकी वजह है कि पूल के पानी को साफ रखने के लिए कई बार कर्मचारी बेहद क्लोरीन की मात्रा मिला देते हैं जो बॉडी के लिए बहुत ज्यादा घातक होती है। पानी से जुड़े फेन गेम्स (रीक्रिएशनल वॉटर इलनेस) से दूषित पानी की वजह से कई बीमारियां फैलती हैं। मनोरंजक जल बीमारियां (आरडब्ल्यूआई) से कई ऐसी बीमारियां होती हैं जो पानी के सम्पर्क में आने वालों को होती हैं। इसमें डायरिया, पेट की बीमारी, स्कीन रोग, आंख, कान, नाक व गले का इन्फेक्शन जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इस पानी के सम्पर्क में आने से सबसे ज्यादा डायरिया होता है। स्विमिंग पूल के पानी को लेकर डॉक्टर्स की भी यही राय है। इसमें कई लोगों के नहाने से औए क्लोरीन युक्त पानी होने से बैक्टीरिया बहुत ज्यादा मात्रा में होते हैं। यही वजह है कि गलती से भी अगर यह पानी मुंह में चला जाए तो डायरिया की आसार होती है।
डायरिया के अतिरिक्त स्विमिंग पूल में नहाने से नोरोवायरस, ई कोलाइ व लेजियोनेला जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। स्विमिंग पूल में नहाते वक्त इस बात का ख्याल रखें कि गलती से भी पूल का पानी आपके मुंह में न जाए। ऐसा होने कि सम्भावना है कि कुछ लोग पूल में मल-मूत्र छोड़ देते हों। एल्किन आप ऐसा करने से बचें। हेल्दी आदतें अपनाएं।