लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश में ग्रामीण विकास को गति प्रदान करने के लिए आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में आयुक्त ग्राम्य विकास द्वारा बड़े पैमाने पर ग्राम्य विकास अधिकारियों को प्रोन्नति दी गई है। इससे इस संवर्ग में खुशी की लहर व्याप्त हो गई।
उत्तर प्रदेश – सेवा नियमावली-1991
आयुक्त ग्राम्य विकास नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा शुक्रवार को वर्षों से लम्बित प्रदेश के 235 ग्राम विकास अधिकारियों को सहायक विकास अधिकारी (उद्योग सेवा और व्यवसाय) पर प्रोन्नति दी गई है। यह प्रोन्नति उत्तर प्रदेश सहायक विकास अधिकारी (उद्योग सेवा और व्यवसाय) अराजपत्रित सेवा नियमावली-1991 में निहित प्रावधानों के अन्तर्गत की गई है।
प्रोन्नत कर्मियों की तैनाती के आदेश
आयुक्त ग्राम्य विकास ने बताया कि यह प्रोन्नति सातवां वेतनमान रू0 29200-92300 मैट्रिक लेवल-5 में अस्थाई रूप से की गई है और उन्हें प्रोन्नति पद पर योगदान की तिथि से दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि पर रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि अभी 226 कर्मियों को तैनाती दी जायेगी तथा शेष कर्मियों को स्थान रिक्त होने पर तैनाती दी जायेगी। प्रोन्नत कर्मियों की तैनाती के आदेश अलग से जारी किये जायेंगे।