सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने बिड़ला सूर्या कंपनी की तरफ से 67.65 करोड़ का कर्ज़ नहीं चुकाने पर कंपनी के चेयरमैन यशोवर्धन बिड़ला को विलफुल डिफॉल्टर्स घोषित कर दिया है.यूको बैंक ने बिड़ला की फोटो के साथ एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया. नोटिस के अनुसार बिड़ला सूर्या को 100 फंड की क्रेडिट लिमिट मंजूर की गई थी.यह क्रेडिट मल्टी क्रिस्टलीन सोलर फोटोवोल्टिक सेल्स के निर्माण के लिए दी गई थी. बैंक ने इस कर्ज़ को नॉन परफॉर्मिंग असेट्स में शामिल कर लिया. इससे पहले बैंक ने कर्ज़ के भुगतान के लिए कई नोटिस जारी किए थे. इसके बाद 3 जून को बैंक ने उनके खाते को एनपीए घोषित किया.
रोचक बात है कि यूको बैंक की स्थापना यशोवर्धन के दादा घनश्याम दास बिड़ला ने की थी. घनश्याम दास बिड़ला महात्मा गांधी के बहुत ज्यादा करीबी थे. बिड़ला देश के प्रमुख औद्योगिक परिवारों में शामिल हैं. इन्होंने देश की आजादी के लिए गांधीजी के आह्वान के बाद आर्थिक मदद भी दी थी.
वहीं यशोवर्धन बिड़ला, बिड़ला सूर्या कंपनी के डायरेक्टर हैं. वे यश बिड़ला ग्रुप के प्रेसिडेंट भी हैं. नोटिस के अनुसार बिड़ला सूर्या लिमिटेड को मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित यूको बैंक की कॉर्पोरेट ब्ब्रांच से यह कर्ज़ दिया गया था. बैंक ने अपने नोटिस में बोला कि कर्ज़ लेने वाली कंपनी, उसके डायरेक्टर, प्रोमोटर, गांरटर को बैंक की तरफ से विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया जाता है. उनका नाम सार्वजनिक सूचना के लिए कंपनियों को दे दिया गया है.
इससे पहले बैंक ने सात अन्य कंपनियों के डायरेक्टर्स को भी विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया. इन कंपनियों पर 740 करोड़ रुपये का कर्ज़ बकाया है. इनमें गीतांजलि जेम्स के मेहुल चोकसी, के साथ ही अभिजीत फेरोटेक व काइजेन क्षमता के मनोज जायसवाल व अभिषेक जायसवाल भी शामिल हैं.
वहीं, बिड़ला सूर्या कंपनी की तरफ से इस बारे में कोई रिएक्शन नहीं दी गई. यश बिड़ला समूह मशीन टूल्स, इंजन पाइप्स, स्ट्रील, ट्रेवल, सूचना तकनीक कई क्षेत्र में बिजनेस करती है.यश के पिता अशोक बिड़ला भी देश के प्रसिद्ध बिजनेस मैन थे. यश बिड़ला ग्रुप मुंबई में स्कूल व अस्पताल भी चलाता है.