महराजगंज/रायबरेली। सोमवार की देर रात कोतवाली क्षेत्र के गांव ककरहिया मजरे दौतरा में बलात्कार के मामले में जमानत पर जेल से छूटकर आए अभियुक्त ने आरोप लगाने वाली 35 वर्षीय महिला को कुल्हाड़ी से काट डाला। महिला के चिल्लाने पर लोग दौड़े तो लेकिन आरोपी भाग निकला था। गंभीर दशा में महिला को चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जानकारी होते ही महराजगंज कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और कड़ी मशक्कत के बाद 4 घंटे के अंदर ही पुलिस ने इस लोमहर्षक घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त रामखेलावन को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अभियुक्त से पूछताछ करने में जुट गई है।
गांव निवासी गीता देवी पत्नी रामफेर सोमवार की देर शाम अपने घर पर बाहर बैठी हुई थी तभी अभियुक्त रामखेलावन पुत्र चौहान कुल्हाड़ी लेकर आ गया और उसे देखते ही गालियां देते हुए उसके सिर पर ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से वार करना शुरू कर दिया। वह अचेत होकर गिर पड़ी आवाज सुनते ही गांव वाले दौड़े और इलाज के लिए उसे सीएचसी लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने गीता को मृत घोषित कर दिया।
पता चला है कि अभियुक्त रामखेलावन काफी दिनों से गीता से एक तरफा प्यार करता था और अभी कुछ ही महीनों पहले गीता ने उसके विरुद्ध जबरन दुराचार करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट लिखाई थी तथा पुलिस ने उसको जेल भेजा था। गांववालों के मुताबिक लगभग डेढ़ महीने पहले जमानत पर रामखेलावन छूट कर आया था और लगातार उसकी हरकतें जारी थी। लेकिन गीता उसके चक्कर में नहीं आ रही थी। लोगों का मानना है कि मुकदमे में जेल जाने और एकतरफा प्यार में अभियुक्त ने यह घिनौना अपराध कर डाला है। घटना के बाद पुलिस ने अभियुक्त की तलाश शुरू कर दी थी और सीएचसी पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया था। घटना की जानकारी मिलते ही सीएचसी में भारी भीड़ जमा हो गई थी।
उधर इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने मामले में कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव को मौके पर तत्काल भेज दिया है। एडिशनल एसपी ने पहले कोतवाली पहुंचकर अभियुक्त से पूछताछ की उसके बाद वह प्रभारी निरीक्षक रेखा सिंह को साथ लेकर घटनास्थल का मुआयना करने गांव पहुंच गए हैं। एडिशनल एसपी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभियुक्त के विरुद्ध कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटना कोई करने का साहस न जुटा सके।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा