औरैया। जिले में मंगलवार को जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने अचानक तर्रई, नगरिया, पाता, दशहरा वीरपुर गौशाला पहुंचकर गौशालाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गौशालाओं में गौवंशों की हालत व उनके इलाज, साफ-सफाई, भूसा, हरा चारा, दाना, सेवादारों का भुगतान व अन्य अभिलेखों को देखा और वहां पर मौजूद सेवादारों से बातचीत की।
सेवादारों ने समय से वेतन का भुगतान न होने की बात कही। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को गौशालाओं में कई कमियां मिली। गौशालाओं में मिली कमियों व वहां फैली अव्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, अधिशाषी अधिकारी व अन्य अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में आपात बैठक बुलाई।
बैठक में जिलाधिकारी ने पाता गौशाला में भूसे की कमी जलभराव व अन्य फैली अव्यवस्थाओं को लेकर पंचायत सचिव को निलंबित करने के आदेश दिये। तर्रई गौशाला में लगे सेवादारों के वेतन का समय से भुगतान न करने पर भाग्यनगर की खण्ड विकास अधिकारी को तत्काल हटाने के आदेश दिये। इसके साथ ही ग्राम पंचायत सचिव का वेतन रोकने व प्रधान को नोटिस जारी करने के आदेश दिये। नगरिया गौशाला में भूसे को लेकर लापरवाही बरतने एवं साफ-सफाई न होने पर अछल्दा के खण्ड विकास अधिकारी का वेतन रोकने के आदेश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि सभी सेवादारों के रुके वेतन का भुगतान एक सप्ताह के अन्दर कर दिया जाये। आगे से सभी सेवादारों को समय से वेतन दिया जाए एवं जो सेवादार अपने कार्य में लापरवाही बरत रहे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। सभी गौवंशों को मिलने वाले भूसा, दाना, हरा चारा का विवरण मौके पर मौजूद होना चाहिए। जो डॉक्टर गौशाला में विजिट करे उनका विजिटिंग रजिस्टर भी बनाया जाये। गौशाला के पास चारागाह की जमीन देखकर हरा चारा उगाया जाये।
सप्ताह भर में सभी गौशालाओं का निरीक्षण किया जाये। एक सप्ताह के अन्दर सभी गौशालाओं का एनजीओ/एफटीओ/स्वयं सहायता समूहों को हैंडओवर किया जाये। साथ ही उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिये कि सभी गौशालाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करते हुए कमियों एवं अव्यवस्थाओं को दूर कराते रहे। सभी गौशालाओं में वृक्षारोपण ट्री गार्ड के साथ कराया जाये।
गौशालाओं में गौवंशों की शत प्रतिशत ईयर टैगिंग न होने पर सीवीओ व पशु चिकित्साधिकारियों का शत प्रतिशत ईयर टैगिंग होने तक वेतन रोकने के आदेश दिये। उन्होंने पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी गौशालाओं के गौवंशों की काउंटिंग की जाये और बीमार पशुओं को समय से उपचार किया जाये। चारागाह की जमीन चिन्हित कर चारा न उगा पाने के कारण डीसी मनरेगा को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए वेतन रोकने के आदेश दिये।
वहीं उन्होंने भिखरा गौशाला की बिधूना तहसीलदार गौतम सिंह से जांच कराई गई। जांच में ग्राम पंचायत सचिव गवेन्द्र पाल सिंह की लापरवाही सामने आई। इस पर जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित करने के आदेश दिये।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर