प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में खेलो इंडिया अभियान का शुभारंभ किया था। इसके अंतर्गत अनेक प्रकार के कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। इसका सकारात्मक परिणाम हुआ। टोक्यो ओलंपिक में भारत का उत्साह व सफलता इसका प्रमाण है। टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने सर्वप्रथम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया था। उन्होंने इसका कारण भी बताया था।
मीराबाई चानू का जन्म मणिपुर के सुदूर ग्रामीण अंचल के निर्धन परिवार में हुआ था। उनमें खेल व भारोत्तलन के प्रति जज्बा था। उनकी प्रतिभा को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उनको प्रोत्साहन व सहायता दी। मीराबाई ने बताया कि स्वयं नरेंद्र मोदी सरकार ने उनको प्रशिक्षण हेतु अमेरिका भेजने का निर्णय लिया था। इसके दृष्टिगत एक दिन में ही अमेरिका जाने की औपचारिकताओं को पूरा किया गया। मीराबाई चानू को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। इसके पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने उनको पद्मश्री सम्मान देकर सम्मानित किया था।
इससे भी उनका उत्साहवर्धन हुआ था। टोक्यो ओलंपिक में रवाना होने से पहले नरेंद्र मोदी ने प्रतिभागियों से वर्चुअल संवाद किया था। उनका उत्साह बढ़ाया था। उनको शुभकामना दी थी। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के प्रतिभागियों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल संवाद किया था। खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया था। खेलो इंडिया अभियान से भी देश व उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रेरणा मिल रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि कोरोना महामारी के बावजूद दुनिया के खेल के महाकुम्भ टोक्यो ओलम्पिक में,विश्व के सभी प्रतिष्ठित खिलाड़ी एकत्र हुए हैं। यह उनकी खेल के प्रति प्रतिबद्धता एवं लगाव को प्रदर्शित करता है। भारतीय खिलाड़ियों के समर्थन में विभिन्न इवेण्ट का आयोजन व्यापक जनसमर्थन के साथ किया जा रहा है। पूरा देश अपने खिलाड़ियों का समर्थन कर रहा था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग करने हेतु इस बार देश की तरफ से खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल भेजा गया है। खेल की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने खेलो इण्डिया अभियान को गांव गांव तक पहुंचाने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री के प्रेरणा से प्रदेश सरकार द्वारा युवा ऊर्जा के लिए गांव-गांव में स्टेडियम,ओपन जिम, व्यायामशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। खेल की गतिविधियों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए युवक मंगल दल और महिला मंगल दलों का गठन किया गया है। विगत चार वर्षों के दौरान मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट भी उपलब्ध करायी गई हैं। इससे गांव गांव में खेल के प्रति एक नई अभिरुचि जागृत हुई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ओपेन जिम का निर्माण इस दिशा में एक अच्छा प्रयास है। खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना का निर्णय लिया है। हमारा युवा अनेक सम्भावनाओं से भरपूर है। उन्हें जब इस प्रकार की सुविधाओं का लाभ मिलेगा। देश में खेलों को बढावा देने और नई प्रतिभाओं को तलाशने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा राजीव गांधी खेल योजना, शहरी खेल संरचना योजना और प्रतिभा खोज योजना को मिलाकर इनके स्थान पर खेलो इंडिया योजना पेश की गई थी। इस खेल कार्यक्रम को व्यक्तिगत विकास, सामुदायिक विकास , आर्थिक विकास और राष्ट्रीय विकास के लिए एक उपकरण के रूप में स्थापित किया गया है। इसमें अखिल भारत स्तरीय स्पोर्ट छात्रवृत्ति योजना भी शामिल है। इस योजना के तहत चुने गए हर ऐथलीट को सालान तौर पर पांच लाख रुपये की छात्रवृत्ति आठ साल तक लगातार मिलेगी।
बीस करोड़ बच्चों को राष्ट्रीय शारीरिक फिटनेस अभियान में शामिल किया गया। खेलो इंडिया कार्यक्रम योजना के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एथलेटिक्स ट्रैक,हॉकी और फुटबॉल ग्राउंड,तरणताल सहित बहुउद्देशीय हॉल का निर्माण कराया जा रहा है। सरकार ने खेलो इंडिया योजना को 2025- 26 तक के लिये बढा दिया है। भारत ने टोक्यो में कुल सात पदक जीते। भारत सन 1900 से ओलंपिक में हिस्सा ले रहा है। इसके बाद से पहली बार है, जब टीम ने एक ओलंपिक में सबसे ज्यादा पदक जीते हैं। इससे पहले भारत ने 2012 के लंदन ओलंपिक में 6 पदक जीते थे। आठ साल बाद कुश्ती में दो पदक जीते।
हॉकी में इकतालीस साल बाद पदक जीता
इस बार भारत की पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक मिला। भारतीय महिला टीम ने भी शानदार खेल दिखाया। इस टीम ने भी सेमीफाइनल में जगह बनाई। टीम पहली बार ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही। तेरह साल बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता। 121 साल में पहली बार किसी भारतीय ने एथलेटिक्स में पदक जीता है। वह ब्रिटिश शासन का दौर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी खिलाड़ियों का खूब उत्साह वर्धन किया। नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक विजेताओं के सम्मान में लाल किले की प्राचीर से तालियां बजवाई थीं। उन्होंने कहा था कि इस बार इन युवा खिलाड़ियों ने ओलंपिक में मेडल जीतकर सिर्फ दिल नहीं जीता,बल्कि नई पीढ़ी को खेल के प्रति प्रेरित किया है। इस युवा पीढ़ी ने भारत का नाम रोशन किया है। नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों के साथ अपने आवास पर मुलाकात की। उन्होंने एथलीटों को उनके शानदार प्रदर्शन को लेकर सम्मानित किया और खिलाड़ियों से किया वादा भी निभाया। उनके साथ नाश्ता किया।
नीरज चोपड़ा चूरमा खिलाने का वादा था। नरेंद्र मोदी पहले पीवी सिंधु से वादा किया था कि जब वो टोक्यो से वापस भारत लौटेंगी तो उनके साथ आईस्क्रीम खाई जाएगी। इधर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में टोक्यो ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाने वाली खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों का अभिनन्दन किया जाना सराहनीय है। टोक्यो ओलम्पिक में देश व प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में समारोह के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि नवाबों का शहर लखनऊ आज ओलम्पिक के नवाबों का स्वागत कर रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों के साथ ही, प्रशिक्षकों, चिकित्सकों सहित खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ को सम्मानित कर उल्लेखनीय कार्य किया गया है। योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश कुम्भ की धरती है। प्रयागराज दुनिया की सबसे बड़ी आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की स्थली है। प्रयागराज कुम्भ की स्मृतियों को आगे बढ़ाते हुए आज खेल महाकुम्भ में टोक्यो ओलम्पिक में भारत के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है।
कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया है। खिलाड़ियों का प्रदर्शन सिद्ध करता है कि यह सभी देश के लिए खेलते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि हर क्षेत्र की प्रतिभा का सम्मान किया जाना चाहिए। ओलम्पिक खेलों में सर्वाधिक पदक दिलाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान के लिए प्रदेश के सभी पचहत्तर जनपदों से पचहत्तर पचहत्तर खिलाड़ी एवं युवक मंगल दल तथा महिला मंगल दल के सदस्य यहां आए हैं। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के हर गांव में एक खेल मैदान बनाया जाएगा। इस सम्बन्ध में कार्यवाही भी प्रारम्भ हो गयी है। राज्य की हर ग्राम पंचायत में प्रदेश के संसाधनों व केन्द्रीय वित्त आयोग की धनराशि से ओपेन जिम की स्थापना की कार्यवाही प्रारम्भ हुई है। मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का भी निर्माण कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने देश के सर्वश्रेष्ठ खेल रत्न का पुरस्कार प्रदेश के सपूत और हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखा है। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि मेरठ में स्थापित की जा रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का नाम मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखा जाएगा।
प्रदेश सरकार ने दो खेलों को गोद लेकर अगले दस वर्षों तक उनका वित्त पोषण करने का निर्णय लिया है। इसमें से एक खेल कुश्ती होगी। इन खेलों का आगामी दस वर्षों तक पूरा वित्त पोषण प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके अन्तर्गत खिलाड़ियों, नके प्रशिक्षण और उन्हें हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा में भागीदार बनने के लिए पूरी सहायता दी जाएगी। प्रदेश सरकार लखनऊ में एक कुश्ती एकेडमी की भी शुरुआत करेगी। इस सम्बन्ध में कुश्ती फेडरेशन के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने सहमति दी है। प्रदेश सरकार ने ओलम्पिक गेम्स, एशियन गेम्स,कॉमन वेल्थ गेम्स,विश्व कप या विश्व चैम्पियनशिप में प्रदेश के विजेता खिलाड़ियों कोत राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने और पुलिस में डिप्टी एसपी के पद पर भर्ती की सहमति दे दी है। प्रदेश सरकार ने राज्य के समस्त जनपदों में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक जनपद में खेल प्रतिस्पर्धाओं को आगे बढ़ाने के लिए निर्णय लिए हैं। इसके अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं विश्व चैम्पियनशिप,एशियन चैम्पियनशिप,राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में दिए जाने वाले अनुदानों में बढ़ोत्तरी की जा रही है। राज्य सरकार ने ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के अनुरूप टोक्यो ओलम्पिक गेम्स के पदक विजेता एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार खिलाड़ियों को खेल के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने तथा खेल के उन्नयन हेतु प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने तथा युवा वर्ग की खेल में अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी जिला मुख्यालयों पर स्टेडियम निर्मित करा रही है।