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‘‘पानी नहीं, केवल स्तनपान” के नारों के साथ कलेक्ट्रेट से निकाली गई रैली, स्तनपान के महत्त्व पर किया जागरूक

सुल्तानपुर। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से ‘‘पानी नहीं, केवल स्तनपान अभियान” के तहत, सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। अभियान के तहत छह माह तक के बच्चे को सिर्फ स्तनपान कराने के लिए लोगों को जागरूक किया गया।

‘‘पानी नहीं, केवल स्तनपान” के नारों के साथ कलेक्ट्रेट से निकाली गई रैली, स्तनपान के महत्त्व पर किया जागरूक

जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झण्डी दिखाकर जागरूकता रैली को रवाना किया। रैली में जिले की लगभग 60 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और 60 सहायिकाओं ने प्रतिभाग किया । रैली में बैनर, स्लोगन, तख्ती के माध्यम से और नारे लगाकर समुदाय को स्तनपान के महत्त्व पर जागरूक किया गया।

प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी रवीश्वर कुमार राव ने बताया कि अभियान का उद्देश्य छह माह तक के शिशुओं में केवल स्तनपान सुनिश्चित करना है । मॉ का दूध शिशु के लिये अमृत समान है, शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी लाने के लिये यह आवश्यक है कि जन्म के एक घण्टे के अन्दर शिशु को स्तनपान शुरू करा दिया जाये और छह महीने की आयु तक शिशु को केवल स्तनपान ही कराया जाये । उन्होंने कहा कि देखा गया है कि समाज में प्रचलित विभिन्न मान्यताओं व मिथकों के कारण छह माह तक बच्चे को केवल स्तनपान सुनिश्चित नहीं हो पाता है।

गर्मियों में शिशु के प्यासा रहने की आशंका में उसे पानी पिला देने का प्रचलन बढ़ जाता है। परिवार के सदस्य शिशु को घुट्टी, शर्बत, शहद, पानी का सेवन करा देते हैं जो कि गलत है। इससे शिशुओं में कई प्रकार के संक्रमण हो जाते हैं, जो शिशु के जीवन के लिये घातक हो सकते हैं। मॉ के दूध में अन्य पौष्टिक तत्वों के साथ-साथ लगभग 90 प्रतिशत पानी की मात्रा भी होती है जिससे शिशु की पानी की आवश्यकता केवल स्तनपान से ही पूरी हो जाती है। रैली में बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर अजीत कुमार, यूनीसेफ से मण्डल समन्वयक अनीता गौतम और आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व मुख्य सेविकाओं ने प्रतिभाग किया।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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