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प्रसव के लिए आयी महिला की अस्पताल में हुई मौत, मृत महिला को किया गया रेफर, परिजनों ने महिला डाक्टर पर लगाया गलत उपचार और रूपए लेने का आरोप

औरैया/बिधूना। थाना बेला क्षेत्र के एक गांव निवासी गर्भवती महिला को गुरूवार की सुबह करीब 5 बजे डिलेवरी हेतु सीएचसी में भर्ती कराया गया था। दिन में करीब 9ः30 बजे इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी मौत हो गई, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।

इसी बीच महिला डाक्टर ने मृत महिलाथाना बेला क्षेत्र के गांव भवानी पुर्वा निवासी धर्मेन्द्र की पत्नी प्रीती (29) गर्भवती थी। प्रसव का समय देखते हुए गांव की आशा सुधा देवी ने गुरुवार की सुबह 5 बजे एम्बुलेंस के सहयोग से गर्भवती महिला को सीएचसी में भर्ती कराया था। उसके साथ ननद निर्मला, जेठानी शर्मिला व पड़ोसी रामजानकी भी आये हुए थे। आरोप है कि जहां पर महिला चिकित्सक ने उनसे पांच हजार रूपए की मांग की और उन्होंने दिये भी। जिसके बाद दिन में करीब 8 बजे महिला चिकित्सक ने गर्भवती को इंजेक्शन लगाया जिसके कुछ ही देर बाद महिला की मौत हो गयी। महिला की मौत होते ही परिजनों में कोहराम मच गया और वह हंगामा करने लगे। इसी बीच महिला डाक्टर ने मरीज को बेहोश बताकर उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर एम्बुलेंस में सभी को बैठा के रिम्स सैंफई के लिए भेज दिया। मगर परिजन रास्ते से एम्बुलेंस को को बापस कराके पुनः अस्पताल आ गये।

परिजनों ने लगाया आरोप – उधर मृतका की जेठानी शर्मिला ने आरोप लगाया कि प्रीती की मौत से पहले डॉक्टर ने हस्ताक्षर करवा लिए और इंजेक्शन लगाते ही प्रीती की मौत हो गई। कहा कि डाक्टर हमसे कहते रहे 20 मिनट और इंतजार करो फिर जब हमने थोडी देर बाद कहा कैसी हालत है प्रीती की, तब भी कह दिया 20 मिनट और इंतजार करो। हम लोगों ने कहा भी अगर स्थिति सही नही है तो रेफर कर दो। जब प्रीती की मौत हो गई हो तब जबरदस्ती सैंफई के लिए रेफर कर दिया। ननद निर्मला ने आरोप लगाया कि डाक्टर ने उनसे पांच हजार रूपए मांगे और मैंने उन्हें पांच हजार रूप्ए दिये भी।

परिवार की ही जेठानी राम जानकी ने आरोप लगाया कि प्रसव से पहले प्रीती को इंजेक्शन लगा दिया जिसके तुरंत बाद मौत हो गई। साथ ही बताया प्रसव के दौरान प्रसव कक्ष का दरवाजा बंद कर रखा था केवल बाहर से ही शीशे से ही दिखाते रहे और कहते रहे कि इलाज चल रहा है। जब हम लोगों ने जबरदस्ती की तब कह दिया सैंफई के लिए रेफर कर दे रहे है। जबकि प्रीती की मौत हो चुकी थी।

प्रीती के पहले से थे दो बच्चे – प्रीती के पहले से ही दो बच्चे एक लड़का और एक लड़की है। प्रीती को अपने तीसरे बच्चे के प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पति करता है पंजाब में नौकरी – मृतक महिला का पति धर्मेन्द्र पंजाब में प्राइवेट नौकरी करता है। जिसे घटना की सूचना दे दी गयी है।

अधीक्षक ने बोले – इस संबंध में जब अधीक्षक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि महिला को डिलीवरी हेतु 5ः30 बजे अस्पताल में लाया गया था। सात बजे मेडीकल कालेज सैंफई के लिए रेफर कर दिया गया था। परिजन द्वारा उसको नहीं ले जाया गया। 8ः30 बजे महिला की मौत हो गयी है। परिजनों द्वारा डाक्टर द्वारा पैसा लिए जाने का आरोप के मामले में उन्होंने कहा कि इसकी विभागीय जांच करायी जाएगी दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। बताया कि रेफर के समय महिला की पल्स चल रही थी। इस लिए भी रेफर किया गया था कि बच्चे की जान बचया जा सके।

महिला चिकित्सक पर पहले भी लग चुका है रूपए मांगने का आरोप – कस्बा के मोहल्ला सुखचैनपुर निवासी रामपाल सिंह चौहान ने 01 जुलाई 2022 को अस्पताल अधीक्षक सिद्धार्थ वर्मा को शपथ पत्र युक्त शिकायती पत्र देकर कहा था कि उसने अपने छोटे भाई गोविन्द की पत्नी सानिया को 30 जून की रात्रि अस्पताल में डिलीवरी के भर्ती कराया था। जहां पर उसकी पत्नी को हड़काते हुए महिला चिकित्सक ने चार हजार रूपए की मांग की थी। जिस मामले में अधीक्षक ने जांच कराके कार्रवई का आश्वासन दिया था।

पुलिस ने कहा पीएम कराया जायेगा – घटना की जानकारी होते ही थाना बेला व कोतवाली बिधूना की पुलिस अस्पताल में पहुंच चुकी है। पुलिस ने परिजनों से कहा कि पीएम के लिए हमारी पिकेट आ जाये पीएम के लिए भेजे दे रहे हैं। फिर आप कानूनी कार्रवाई चाहोगे वह होगी।

रिपोर्ट – राहुल तिवारी व संदीप राठौर

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