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लाखों की फीस डकार रहा विद्यालय प्रशासन, हुई जांच

रायबरेली। शासन के निर्देश के बाद भी कुछ विद्यालयों में निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लिया जा रहा है। डलमऊ के एक स्कूल की शिकायत पर डीआईओएस ने गुरुवार की देर रात जांच के आदेश दिए हैं।

डलमऊ ब्लाक के घुरवारा कस्बे अभिभावकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक व जिलाधिकारी को दिये पत्र में बताया की क्षेत्र के श्री गांधी इन्टर कालेज मे जो की सरकारी स्कूल है। यह विद्यालय हाईस्कूल स्तर तक सरकारी है। तथा इन्टर स्तर तक वित्तविहीन है। विद्यालय मे कक्षा 6 से 8 तक भी प्रत्येक छात्रों से 100 जमा कराये जाते है। तथा मध्यांह भोजन में कभी भी दूध, फल नहीं दिया जाता है। ज्यादातर दिनों मे तहरी मिलती है। इसी प्रकार कक्षा 9 में फीस 2100 रुपये छमाही तथा 150 रूपये प्रतिमाह लिया जाता है तथा किताबे भी बहुत महंगी लगाये हुये है।

कक्षा 10 मे फीस 2550 रूपये छमाही तथा वार्षिक 5100 रुपये जमा होता है । तथा किताब एवं प्रोजेक्ट फाइल भी विद्यालय के अनुसार ही लेना पड़ता है। स्कूल में हाईस्कूल स्तर तक सभी शिक्षक आयोग से आये है। सरकार इन शिक्षकों को लाखो रूपये वेतन देती है। फिर भी विद्यालय के प्रबंधक अनमोल मिश्र, प्रधानाचार्य डा रत्नाकर द्विवेदी छात्र- छात्राओ के अभिभावको के ऊपर दबाव बनाकर अधिक फीस जमा कराते हैं। यह भी कहते हैं कि हमे प्राइवेट शिक्षको को वेतन देना होता है। जब कि प्राइवेट शिक्षक कक्षा 9 एवं 10 तक शिक्षण कार्य नहीं करते हैं। इंटर की कक्षाओं में और अधिक फीस ली जाती हैं। फीस जमा करने का कार्य दो प्राइवेट बाबुओं के द्वारा किया जाता है। जबकि सरकारी बाबू का पद रिक्त है।

समाचार पत्रों में ऐडेड स्कूलों के अधिक फीस लेने के मामले में जाँच के आदेश मुख्यमंत्री एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) ने दिए हैं । इस पर यहां के अभिभावको ने भी इस विद्यालय की अधिक फीस लेने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। अभिभावकों ने निवेदन किया कि सरकार की मंशा के अनुसार गोपनीय जाँच करके क्षेत्र के अभिभावको से जानकारी लेकर विद्यालय में अधिक फीस वसूली रोकने तथा विद्यालय प्रशासन पर कठोर कार्रवाई करे। जिससे कई वर्षों से हो रही अधिक फीस वसूली से अभिभावकों को राहत मिल सके। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा ने जांच के आदेश देते हुए राजकीय इन्टर कालेज के प्रधानाचार्य रत्नेश कुमार को जांच अधिकारी बनाया हैं।

जांच अधिकारी पहुंचते ही विद्यालय में हडकंप, प्रधानाचार्य ने लगा दिया अवकाश

शुक्रवार को जैसे ही डलमऊ के घोरवारा कस्बे स्थित गांधी इन्टर कालेज में जांच दल पहुंचा विद्यालय प्रशासन के हांथ पैर फूल गए। मामले की गंभीरता देखते हुए विद्यालय प्रधानाचार्य डा रत्नाकर द्विवेदी अवकाश लगाकर निकल गये। जांच अधिकारी रत्नेश कुमार ने सभी कक्षाओ के बच्चों से बात की तो बच्चो 9 व 10 के बच्चों ने क्रमश 4200 व 5100 रुपए वर्षिक शुल्क जमा करने की बात स्वीकारी व रसीद भी दिखाई जिसकी फोटो व बच्चो के वीडियो बनाए गए । इससे विद्यालय प्रशासन में हडकंप मच गया । मामले को खुलता देख कार्यवाहक प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार पाण्डेय ने बच्चो को इशारा भी किया की वह 9 में निर्धारित शुल्क 325 व 10 में 751 रुपए वार्षिक ही बताए लेकिन बच्चों ने एक भी नही सुनी बोलने लगे जितना जमा किया उतना ही बतायेंगे। इस तरह बच्चों पर दबाव बनाने के प्रयास पर जांच अधिकारी ने नाराजगी भी जताई।

क्या बोले जिम्मेदार 

अभिभावकों ने घोरवारा कस्बे के गांधी इन्टर कालेज में अधिक शुल्क की शिकायत की है जांच कर कार्रवाई की जायेगी। ऐसे लोगो को कतई नही बक्सा जायेगा जो शासन की मंशा के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। – जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा

इस मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी रत्नेश कुमार ने बताया की जांच कर ली गया है जो भी बच्चो ने बताया है व जो भी रसीदें मिली हैं।उससे स्पस्ट है की शुल्क अधिक लिया जा रहा है। इसकी जांच रिपोर्ट जल्द ही उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी जायेगी।

क्या बोले प्रधानाचार्य : गांधी इन्टर कालेज के प्रधानाचार्य डा रत्नाकर द्विवेदी ने बताया की जितनी फीस विद्यालय प्रशासन ने निर्धारित की वही ली जा रही है।

क्या बोले प्रबंधक : विद्यालय प्रबंधक अनमोल मिश्र ने कहा उनका यह विद्यालय केवल 9 तक ही सहायता प्राप्त है। बाकी प्राईवेट है। इसलिए यह शुल्क लिया जा रहा है।

रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा 

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