ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल प्रोनोग्राफी पर शिकंजा कसने के लिए सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने ‘ऑपरेशन मेघ-चक्र’ शुरू किया है, उन पर कार्रवाई करने व सबूत जुटाने के लिए CBI छापेमारी की जा रही है। जांच एजेंसी ने शनिवार को 20 राज्यों के 56 ठिकानों पर दबिश दी है।
CBI ने सर्क्युलेशन ऑफ चाइल्ड सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन मटेरियल (CSEM) के दो मामलों को लेकर एक्शन लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार CBI ने कई ऐसे ग्रुप को चिन्हित किया है, जो ‘ऑनलाइन चाइल्ड प्रोनोग्राफी’ फैलाने के साथ बच्चों को फिजिकल रूप से ब्लैकमेल भी करते हैं।
अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए कथित तौर पर CSEM शेयर करने में शामिल लोगों की शुरुआती जानकारी इंटरपोल न्यूजीलैंड से मिली थी। यह नेटवर्क पेटीएम के माध्यम से पेमेंट लेता था. ऑपरेशन का खास निशाना क्लाउट स्टोरेज फैसेलिटी है, जिनकी मदद से पैडलर नाबालिगों से जुड़ी यौन सामग्री को सर्क्युलेट करते हैं।
ऑपरेशन कार्बन’ के तहत CBI ने 51 सोशल मीडिया ग्रुप्स का पर्दाफाश किया था, जिसमें 5700 आरोपी शामिल थे। इन आरोपियों के पास से 5 लाख मैसेज और 10 लाख से अधिक संदिग्ध वीडियोज मिले थे।