बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। छपरा में जहरीली शराब कांड के मद्देनजर मढ़ौरा उप-मंडल पुलिस अधिकारी योगेंद्र कुमार की सिफारिश पर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) रितेश मिश्रा और कांस्टेबल विकेश तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।
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बिहार के आबकारी मंत्री सुनील कुमार ने बुधवार को बिहार के सारण जिले के छपरा इलाके में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की पुष्टि की थी। बिहार के मंत्री ने मौतों के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही थी।
इससे पहले बुधवार को बिहार के मंत्री एसके महासेठ ने राज्य के लोगों से शराब छोड़ने की अपील की थी। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए महासेठ ने कहा, “शराब छोड़ दें तो अच्छा है। यहां शराब नहीं जहर आ रहा है। इसे छोड़ दें। बता दें कि अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराबबंदी का ऐलान किया था।
इससे पहले बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य विधानसभा में अपना आपा खो दिया था। दरअसल, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने सारण जिले के छपरा इलाके में जहरीली शराब से हुई कई मौतों को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला था, जिसके बाद वे आपा खो बैठे थे।
नीतीश कुमार ने सदन बीजेपी विधायकों पर चिल्लाते हुए कहा था कि ‘शराबी हो गए हो तुम…(तुम नशे में हो)।’ इस घटना के विरोध में बिहार के विपक्षी सांसदों ने बाद में राज्य विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया।