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राम लहर से भी बड़ी लहर

अनिल मेहता-वर्ष 2017 में उ0प्र0 के विधान सभा चुनावों ने एक नया इतिहास रचा। उ0प्र0 मे 300 पार की सरकार चौथी बार बनी। पहली बार-देश को आजादी मिलने के बाद पहले आम चुनाव में काँग्रेस 300 के ऊपर सीटें जीती थीं। दूसरी बार- आपातकाल के बाद 1977 में हुये उ0प्र0 विधान सभा चुनाव में जनता पार्टी ने 300 से ऊपर सीटें जीतीं। तीसरी बार- 1980 में जनता पार्टी की सरकार गिरने के बाद काँग्रेस ने फिर वापसी की और 300 से ऊपर सीटें उ0प्र0 विधान सभा चुनाव में जीतीं। चौथी बार-भजपा ने 2017 उ0प्र0 विधान सभा चुनाव में 300 से ऊपर सीटें जीतीं। एक तरह से देखा जाये तो उ0 प्र0 विधान सभा चुनाव में जातिवादी,परिवारवादी राजनीति का अन्त हो गया।एक तरह से देखा जाये तो उ0प्र0 विधान सभा चुनाव में जाति,धर्म,परिवार से हट कर जनता ने नोट बन्दी, ग्रामीण भारत,सर्व समाज को प्राथमिकता दी। सपा तथा बसपा ने मिल कर 186 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा। परन्तु सपा तथा बसपा का यह दाँव  उ0प्र0 का विकास, बेहतर कानून व्यवस्था की जनता की चाहत के आगे चारों खाने चित्त हो गया। और भजपा तथा उसकी सहयोगी पार्टियों को 300से ऊपर सीटें दे कर स्पष्ट जनादेश दिया कि जातिवादी तथा परिवारवादी राजनीति से ऊपर उठो और काम करो। विरोधी पार्टियों के नेताओं कोअब यह मानने में हिचक नहीं होनी चाहिये कि यह जनादेश एक तरह से जातिवादी,परिवारवादी राजनीति से हट कर काम करने का है। उ0प्र0 का मतदाता अब जागरूक हो चुका है और मुस्लिम,यादव,जटव,जाट की सोच से आगे निकल चुका है। अब सपा,बसपा को अपनी सोच बदलनी होगी।अन्यथा दिनो दिन इन दोनो पार्टियों की जमीन उ0प्र0 से खिसकती जायेगी। मैं जब मई 2017 में पूर्वांचल के दौरे पर गया था तभी पूर्वाँचल के ग्रामीण क्षेत्रों में मोदी लहर का अनुमान हो गया था। ग्रामीण क्षेत्रों की जो महिलायें चूल्हा फूँकते-फूँकते परेशान थीं वह लोग गैस सिलेन्डर का कनेक्शन पा कर मोदी के गीत गा रही थीं। दूसरी बात जो भजपा के पक्ष में गई वह यह थी कि प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेन्द्र मोदी ने जितनी भी योजनायें चलाईं या केन्द्र सरकार की जितनी भी पाॅलिसी थी वह सर्वधर्म के लिये थी तीन तलाक के मसले पर भी भजपा ने अपना क्लियर स्टैंड रक्खा यही कुछ कारण थे जो भजपा को प्रचंड बहुमत की ओर ले गये। अगर यह कहा जाये कि 2017 का उ0प्र0 विधान सभा चुनाव जाति,धर्म,परिवार वाद से आगे गया तो कुछ गलत न होगा। योगी आदित्य नाथ उ0प्र0 के मुख्य मंत्री घोषित कर दिये गये हैं। योगी आदित्य नाथ कट्टर हिन्दुत्ववादी नेता माने जाते हैं।इसलिये उनका सर्वप्रथम प्रयास सभी जातियों को विश्वास में लेकर उ0 प्र0 के विकास और प्रदेश की कानून व्यवस्था को कायम करना होगा।

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