उमेश पाल हत्याकांड की आंच मेरठ तक पहुंची है। प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ मेरठ ने संयुक्त कार्यवाही के तहत इस मामले में डॉ. अखलाक को गिरफ्तार किया है।
उन्हें 120बी का मुल्जिम बताया जा रहा है। पिछले कई दिन से प्रयागराज पुलिस यहां रहकर सुबूत जुटाने का काम कर रही थी। सुबूत मिलने ही शनिवार को डॉ. अखलाक को गिरफ्तार करते हुए टीम उन्हें अपने साथ ले गई। इस बीच अतीक, उसके बेटे समेत गुर्गों पर केस दर्ज कराने वाले जीशान ने शनिवार को वीडियो बयान जारी कर कहा कि यदि योगी सरकार में माफिया अतीक को मिट्टी में न मिला दिया गया तो मेरी हत्या हो जाना तय है।
प्रयागराज पुलिस भले ही शनिवार रात डॉ. अखलाक के घर पहुंची हो लेकिन चर्चा है कि टीम पिछले कई दिन से यहां डेरा डाले हुए थी। धीरे धीरे पुलिस पूरे साक्ष्य जुटा रही थी। पूरी प्रक्रिया के बाद प्रयागराज पुलिस ने एसटीएफ को लेकर छापा मारा और डॉ. अखलाक को दबोच लिया। बताया जाता है कि डॉ. अखलाक पर अस्पताल में भी टीम ने नजर बनाए हुई थी।
प्रयागराज पुलिस की ओर से राजेश मौर्या शनिवार को नौचंदी थाने पहुंचे और अपनी आमद दर्ज कराई। करीब छह पुलिसकर्मी उनके साथ मौजूद रहे। इसके अलावा एसटीएफ मेरठ यूनिट से रविंदर सिंह की टीम साथ रही। उन्होंने बताया कि ढबाई नगर में उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद का बहनोई डॉ. अखलाक मौजूद है।
पुलिस को इस हत्याकांड में डॉ. अखलाक की भूमिका के मजबूत साक्ष्य मिले हैं। टीम योजनाबद्ध तरीके से ढबाई नगर पहुंची और डॉ. अखलाक को उनके घर से दबोच लिया। राजेश मौर्या ने अपना पक्ष रखा और डॉ. अखलाक को साथ चलने के लिए कहा। कुछ गहमागहमी भी हुई लेकिन पूरी तैयारी से पहुंची प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस डॉ. अखलाक को साथ ले गई।