लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि उप्र में महिलाओं के साथ अत्याचार, अनाचार एवं बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि अपराधियों को अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है, क्योंकि कार्यवाही नाम मात्र की होती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का इस प्रकार का रवैया यह सिद्ध करता है कि जनता में सरकार का इकबाल दिन प्रतिदिन खत्म होता जा रहा है।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष समेत दर्जनों लोगों ने पकड़ा रालोद का साथ
श्री राय ने कहा कि राजधानी लखनऊ में लखनऊ विश्वविद्यालय की युवती के साथ लगातार छेड़छाड़ करने वाले के विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं की गयी, परिणामस्वरूप उसने गोमती में कूदकर आत्महत्या कर ली। लखनऊ के ही इटौंजा थाना क्षेत्र में मां की उपस्थिति में उसकी नाबालिग पुत्री के साथ गैंगरेप हुआ और मां की पिटाई भी हुई लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के नारे के साथ सत्ता में आयी भाजपा सरकार में बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा केवल जुमलेबाजी है। सरकार ने अधिकारियों का मन इस प्रकार बढा रखा है कि अपराधी बुलंद हौसलों के साथ प्रत्येक जनपद में लगातार घिनौने अपराध करते जा रहे हैं और अधिकारियों की कोई भी जवाबदेही सरकार तय नहीं कर पा रही है।
प्रदेश के उन्नाव और हाथरस जैसे ऐतिहासिक जघन्य अपराधों में सरकार ने अपराधियों का ही पक्ष लिया है और पीड़ित अत्याचार अथवा बलात्कार से पीड़ित परिवार का साथ विपक्ष और राष्ट्रीय लोकदल ने दिया है। हाथरस जैसे काण्ड में बेटी को रात 12 बजे मिट्टी का तेल डालकर जिलाधिकारियों और पुलिस की उपस्थिति में जला दिया गया और खुलकर विरोध करने पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह पर पुलिस ने लाठियां तक बरसाई।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चाहे किसी भी दिन का समाचार पत्र देख लिया जाय महिला अपराधों से भरा मिलेगा। परन्तु प्रदेश सरकार और उसके प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था का राग अलापते रहते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में एक एक बात का हिसाब लेगी और सरकार को वोट की चोट से सत्ता से बाहर करेगी।