रायबरेली। जिला प्रशासन द्वारा गुरूद्वारे में रिसीवर नियुक्त किये जाने के बाद सिख समाज में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। उल्लेखीनय है कि गुरूनानक देव जी महराज के प्रकाशोत्सव को लेकर दिनाँक 28-10-2018 को एक बैठक पूर्व कार्यक्रमानुसार गुरूद्वारा परिसर में होनी थी किन्तु प्रशासन द्वारा रिसीवर बैठाए जाने के बाद संगत को गुरूद्वारा परिसर के बाहर सड़क पर बैठक की गयी। संगत ने जिला प्रशासन द्वारा की गयी धारा-145, 146 सीआरपीसी की कार्यवाही का जमकर विरोध किया गया।
जिला प्रशासन का विरोध…सिख समाज
सिख संगत ने कहा कि दिनांक 24-02-2016 को जनरल बाडी की बैठक में श्री गुरूसिंह सभा की चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से सरदार बसन्त सिंह बग्गा को अध्यक्ष चुना गया था, जिनका कार्यकाल भी सर्वसम्मति से 05 वर्ष के लिये तय किया गया था जो कि 23 फरवरी 2021 तक वैध है।
प्रशासन को गुमराह करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही
संगत ने कहा कि कुछ समाजविरोधी, चाटुकार लोग प्रशासन को गुमराह कर धारा-145, 146 की कार्यवाही कराई, जिसका उपस्थित संगत ने विरोध प्रकट किया। संगत ने प्रशासन से धर्मस्थल की पवित्रता, शुचिता को दृष्टिगत रखते हुए रिसीवर हटाये जाने एवं प्रशासन को गुमराह करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किए जाने की माँग की है। बैठक में मुख्य रूप से बलजीत सिंह मखीजा, सुरेन्द्र सिंह मल्होत्रा, गुरूभेज सिंह सलूजा, सुरेन्द्र सिंह बग्गा, हरमिन्दर सिंह सलूजा, दलजीत सिंह अरोड़ा, राजा बग्गा, देवेन्द्र सिंह सलूजा, राजू मोंगा आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा