तिरुवनंतपुरम। केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने शनिवार को सवाल किया कि केरल में कितने सांसदों ने गांवों को गोद लिया और उनका विकास सुनिश्चित किया, जैसा कि केंद्र ने यहां वेल्लायनी में किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत का मतलब लोगो की मदद करना होना चाहिए।
‘सांसदों ने वर्षों तक नहीं किया वेल्लायनी का विकास’
पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने यह भी दावा किया कि तिरुवनंतपुरम से चुनाव जीतने वाले किसी भी सांसद ने वर्षों से वेल्लायनी के विकास के लिए कुछ नहीं किया। गांव में आयोजित एक समारोह में बोलते हुए गोपी ने कहा कि जब वह राज्यसभा सांसद थे, तो उन्होंने गांव में बुनियादी सुविधाओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुनिश्चित करने की पहल की थी।
‘चुनाव जीतने का मतलब जनता के लिए काम करना’
गोपी ने कहा, राज्य में कितने सांसद कह सकते हैं कि उन्होंने एक गांव को गोद लिया और उसका बुनियादी विकास सुनिश्चित किया और गांव की प्रकृति को बनाए रखा, उसे एक कंक्रीट के जंगल में नहीं बदला? उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने का मतलब केवल सत्ता में आना नहीं है, बल्कि इसका मकसद लोगों की भलाई के लिए काम करना होना चाहिए।
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‘नए विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल अब समय की की जरूरत’
उदाहरण के तौर पर गोपी ने बताया कि कैसे उन्होंने एक गांव में विकास की पहल की और गांव की पारंपरिक खूबसूरती और ग्रामीण पहचान बनाए रखी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में और अधिक पर्यक स्थलों का निर्माण करने की जरूरत और उन्हें विश्व स्तरीय स्थलों के रूप में पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए पर्यटक स्थल अब समय की जरूरत है।