लखनऊ। नशे का जो हुआ शिकार, उजड़ा उसका घर बार। अवसर था ट्रक ड्राइवरों के लिए ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का। आयोजक राम किशोर तिवारी ने कहा कि जब एक ट्रक ड्राइवर घर से सुरक्षित अपने काम पर जाता है, तो घर पर उसकी सुरक्षित वापसी भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।
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घर पर उसका पूरा परिवार उसकी राह देख रहा होता है। रास्ते में दुर्घटना होेने पर अगर ड्राइवर की मौत हो जाती है तो उसका परिवार 15 साल पीछे चला जाता है। इसलिए एक ट्रक ड्राइवर के लिए सुरक्षित ड्राइविंग बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। गति पर नियंत्रण रखें और नींद और नशे में गाड़ी बिल्कुल न चलाएं।
देवा रोड लखनऊ में अंश ट्रांसपोर्ट कम्पनी द्वारा सोमवार को ट्रक ड्राइवरों के लिए सुरक्षित ड्राइविंग ट्रेनिंग कैम्प आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में नासिक से आए व्हेकिल टेस्टिंग एक्सपर्ट सैमसन जोसेफ ने ट्रक ड्राइवरों को सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में बताते हुए कहा कि गाड़ी को सावधानी से सुरक्षित चलाना बहुत आवष्यक होता है, और अक्सर आप गाड़ी सुरक्षित चला भी रहे हैं तो भी सामने वाले की गल्ती से भी दुर्घटना हो जाती है। उन्होंने भिन्न भिन्न माडल द्वारा सुरक्षित ड्राइविंग करने के तरीके के बारे में बताया।
कार्यक्रम में टाटा मोटर वर्क यूनियन के महामंत्री श्याम सुन्दर सिंह ने प्रषिक्षण देते हुए कहा कि ट्रक ड्राइवर की जिन्दगी बहुत महत्वपूर्ण होती है। अगर आप लम्बी यात्रा पर हैं तो रास्ते में आराम जरूर करें, नींद में गाड़ी बिल्कुल भी न चलाएं।
जाड़े के दिन आ गए हैं। कोहरे में गाड़ी को धीरे धीरे चलाएं जिससे गाड़ी आपके कंट्रोल में रहे। सफेद रंग की फाग लाइट आंखों में चुभन पैदा करती है उसका रिफलैक्षन बहुत ही खतरनाक होता है जिससे सामने कुछ नहीं दिखाई देता है।
यूनियन के संयुक्त मंत्री भूपेश कुमार राय ने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने को न दें, और शराब पीकर गाड़ी बिल्कुल न चलाने दें क्यों कि इससे वह अपने बच्चों की जिन्दगी तो खतरें में डालते ही हैं साथ ही दूसरों की जिंदगी से भी खिलवाड़ करते हैं।
हम गाड़ी का तो स्पेयर पार्ट तो बनाते हैं लेकिन अंगों का कोई स्पेयर पार्ट नहीं होता। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजोरम सिंह, विशाल कुमार, पवन पाण्डे आदि तमाम ट्रक डाइवर मौजूद रहे।