लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय के बीटेक कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग के अंतिम वर्ष के छात्रों के प्रोजेक्ट “रियल-टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर एन्हांसिंग वॉटर क्वालिटी इन अर्बन वॉटर बॉडीज” को उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की स्टूडेंट्स प्रोजेक्ट ग्रांट योजना 2024-25 के अंतर्गत अनुदान के लिए चुना गया है।
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इस परियोजना का नेतृत्व बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र रंजीत सिंह कर रहे हैं, जबकि उनकी टीम में प्रियांशु कुमार, सौम्या सिंह और प्रज्ञा सिंह शामिल हैं। छात्र प्रोजेक्ट संबंधित कार्य कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ हिमांशु पाण्डेय के निर्देशन में पूरा करेंगे।
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनकी मेहनत, तकनीकी समझ और नवाचार के प्रति समर्पण का परिणाम है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट को समाज के लिए प्रासंगिक बताते हुए इसे छात्रों की रचनात्मकता का उत्कृष्ट उदाहरण कहा। संकाय के डीन प्रो एके सिंह ने टीम को सम्मानित करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट छात्रों के तकनीकी कौशल को भी मजबूत करेगी।
यह प्रोजेक्ट शहरी जल निकायों की गुणवत्ता सुधार के उद्देश्य से विकसित की जायेगी। इसमें आधुनिक तकनीकों जैसे: ईएसपी8266 माइक्रोकंट्रोलर, जीपीआरएस मॉड्यूल और सेंसर का उपयोग कर तापमान, बीओडी, टर्बिडिटी और टीडीएस जैसे मापदंडों का वास्तविक समय में डेटा संग्रह किया जाएगा। साथ ही, कचरा पहचान प्रणाली के लिए ऑब्जेक्ट डिटेक्शन तकनीक और सैटेलाइट डेटा के माध्यम से रिमोट सेंसिंग का उपयोग कर नए जल निकायों के निर्माण और मौजूदा जल निकायों के क्षरण का विश्लेषण किया जाएगा।
परियोजना में एक इंटरएक्टिव वेब पोर्टल आधारित एनजीओ कनेक्ट प्रणाली भी शामिल होगी, जो सामाजिक संगठनों को जल निकायों की सफाई अभियानों से जोड़ने के साथ-साथ उपयोगकर्ताओं को जल संबंधी समस्याओं की रिपोर्ट दर्ज करने की सुविधा देगी। इस परियोजना का प्रोटोटाइप प्रदर्शन अप्रैल 2025 के अंतिम सप्ताह में उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, लखनऊ में विषय विशेषज्ञों के समक्ष किया जाएगा।