लोकसभा चुनाव में तुमकुरु से मिली हार पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा ने अपने एक बयान में कर्नाटक विधानसभा के लिए मध्यावधि चुनाव की संभावना के संकेत दिये हैं। देवेगौड़ा ने शुक्रवार को पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने आवास पर एक योग कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस में इस बात को लेकर संशय बढ़ रहा है कि यदि पार्टी जेडीएस के साथ रहेगी तो कर्नाटक में उसका जनाधार कमजोर हो सकता है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार बनाने के लिए वह कांग्रेस के दरवाजे पर नहीं गए थे। उन्होंने खुलासा किया, मैंने कांग्रेस नेताओं को गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का सुझाव दिया था , किंतु उन्होंने मेरे बेटे एच डी कुमारस्वामी के लिए जोर डाला।
देवेगौड़ा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कांग्रेस के नेता गठबंधन सरकार चलाना चाहते हैं अथवा नहीं। उन्होंने कहा, जहां तक जेडीएस का सवाल है हमने गठबंधन सरकार को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। जेडीएस प्रमुख ने कहा कि कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को मिली करारी हार के लिए किसी को जेडीएस को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने कांग्रेस से तुमकुरु संसदीय सीट की कभी मांग नहीं की थी , हालांकि मुझे मैसुरू लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इंकार करने पर यहां से लड़ना पड़ा।
उन्होंने कहा, यदि कांग्रेस के नेता यह मानते हैं कि लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए हम जिम्मेदार हैं वह खुलकर इस पर सामने आयें। अपने गांव गए मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने हालांकि राज्य में मध्यावधि चुनाव की किसी भी संभावना से इंकार किया है। कुमारस्वामी ने कहा, राज्य की गठबंधन सरकार स्थिर है और उसे कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि देवेगौड़ा के राज्य में मध्यावधि चुनाव कराने संबंधी बयान को मीडिया ने गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने कहा, मैं पांच साल का कार्यकाल पूरा करुंगा।