लखनऊ. शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उत्तर प्रदेश में एनसीईआरटी पाठ्क्रम को आधार बनाने की मुख्यमंत्री की घोषणा का भारतीय जनता पार्टी ने स्वागत किया है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि 14-15 साल के कुशासन के कारण प्रदेश में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं प्राथमिक शिक्षा का जबरदस्त अवमूल्यन हुआ है। आमजन का विश्वास सरकार द्वारा प्रदत्त शिक्षा से उठ चुका है। ऐसे समय प्रदेश में मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उठाये जा रहे कदम निश्चित ही संजीवनी साबित होंगे।
प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए एनसीईआरटी के साथ-साथ विभिन्न प्रदेशों द्वारा अपनायी जा रही शिक्षा पद्धति का अध्ययन कर रही है। जिससे प्रदेश में पारदर्शी शिक्षा व्यवस्था लागू की जा सके। प्रत्येक कक्षा में छात्रों के ज्ञान को गुणवत्ता का न्यूनतम आधार तय हो सके।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं शिक्षकों की कम उपस्थिति को जी.आई.सी. मैपिंग तकनीकी द्वारा दूर करने के लिए किये जा रहे प्रयास निश्चित रूप से सरकारी विद्यालयों में छात्रों के हो रहे ड्राप आउट पर अकुंश लगायेंगे। राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता वाली शिक्षा व्यवस्था लागू होने पर प्रदेश का विद्यार्थी सभी प्रकार की शैक्षिक प्रतिस्पर्धा में भाग ले सकेगा।
प्रदेश प्रवक्ता ने राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की परिणाम मंजूषा योजना की तरह माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्राप्तांक एवं प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आॅनलाइन व्यवस्था करने के लिए भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है।