क्रिकेट जगत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा किया है. सचिन ने खुद बताया है कि आखिर किस आदमी ने उनके हाथ में पहली बार बैट पकड़ाया था. सचिन तेंदुलकर महाराष्ट्र के एक स्कूल में बच्चों को संबोधित कर रहे थे. यहां तेंदुलकर ने अपनी पुरानी यादों को बच्चों के साथ साझा किया, इसके साथ ही उन्होंने अपनी क्रिकेट जर्नी से जुड़ी कई अहम बातें बताई.
इस वार्ता के दौरान सचिन ने इस रहस्य से भी पर्दा उठाया कि आखिर वो आदमी कौन था जिसने पहली बार सचिन को बल्ला थमाया. बता दें कि यह शख्स कोई व नहीं, बल्कि तेंदुलकर की बड़ी बहन थी. सचिन ने कहा, उनकी दीदी ने पहली बार उन्हें बल्ला तोहफे में दिया था. जिसके बाद वह पूरा दिन बैट लेकर घर में घूमते रहते थे. हिंदुस्तान की ओर से टेस्ट में 15,921 व एकदिवसीय में 18426 रन बना चुके मास्टर ब्लाॅस्टर ने यह भी बताया है कि वह पहली बार चयनित नहीं हो पाए थे. उन्हें भी कई बार नाकाम होना पड़ा.
सचिन ने अपने रिजेक्शन से संबंधित घटना को याद करते हुए बोला है कि, जब मैं स्टूडेंट था, मेरे दिमाग में बस एक बात घूमती थी कि मुझे हिंदुस्तान के लिए खेलना है. मुझे याद है जब मैं पहली बार सलेक्शन ट्राॅयल के लिए गया था. चयनकर्ताओं ने तब मुझे चयनित नहीं किया था. उनका बोलना था कि मुझे अभी व मेहनत करनी पड़ेगी ताकि मैं बेहतर खेल सकूं. इस बात ने मुझे बहुत ज्यादा निराश कर दिया, मुझे लगता था कि मैं तो बहुत ज्यादा अच्छा खेलता हूं फिर भी नतीजा मेरी उम्मीद के उल्टा रहा. किन्तु इसके बाद मैंने व मेहनत की व खूब प्रैक्टिस की. यदि आप सपनों को हकीकत होता देखना चाहते हैं तो इसका कोई शाॅर्ट कट उपाय नहीं होता.