लखनऊ। एसटीएफ उत्तर प्रदेश को उत्तर प्रदेश में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का लालच देकर कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से लगभग 100 लोगों से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गैंग के सरगना विनय यादव उर्फ डेविल को उसके साथी प्रवीन कश्यप के साथ जनपद हरदोई से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है। जिसमें पकड़े गये अभियुक्तों की पहचान विनय यादव उर्फ डेविल पुत्र नेत्रपाल सिंह यादव इटावा निवासी और प्रवीन कश्यप उर्फ सोनू पुत्र चन्द्रभान कश्यप मैनपुरी निवासी के रूप में हुई है।
एसटीएफ एसएसपी ने बताया कि, पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। इसी दौरान मालूम हुआ कि अनुज कुमार पुत्र नत्थूलाल ग्राम व पोस्ट बरान थाना हरपालपुर जनपद हरदोई ने थाना हरपालपुर जनपद हरदोई में दर्ज कराया गया है। जिसमें उसने कहा है कि उनसे भारतीय खाद्य निगम में नौकरी दिलाने का लालच देकर एक गैंग द्वारा आठ लाख दस हजार रूपये लेकर भारतीय खाद्य निगम के कूटरचित आईडी कार्ड ज्वाइनिंग लेटर व कार्यालय आदेश दिये हंै।
उन्होंने बताया कि सूचना को विभिन्न माध्यमों से विकसित करते हुए साइबर टीम द्वारा थाना क्षेत्र हरपालपुर जनपद हरदोई से अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जिनसे एक लैपटाॅप, तीन मोबाइल, एक ड्राईविंग लाईसेंस, एक एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, 25 पेज कूटरचित दस्तावेज, भारतीय खाद्य निगम के आईडी कार्ड व ज्वाईनिंग लेटर और कुछ नकदी बरामद की गयी।