इस वक्त सीएए ने पूरे देश ने तहलका मचा रखा है। जहां न सिर्फ आम जनता बल्कि बॉलीवुड सेलेब्स भी इसका विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में हाल ही में एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने भी इस पर आपत्ति जताई है और सीएए को काला कानून बताया है।
उर्मिला ने 1919 के कानून से CAA की तुलना
उर्मिला ने सीएए के बारे में बात करते हुए कहा है कि ये कानून काफी खतरनाक है। वहीं उर्मिला ने इस कानून की तुलना साल 1919 के कानून से भी की है। इस पर उर्मिला कहती हैं कि दोनों ही कानून काले कानून के नाम से जाने जाएंगे। अगर में उस समय की बात करुं तो उस समय भी लोग जैसे सड़कों पर उतरे थे वैसे ही आज भी उतर रहे हैं। हालाकिं मैंने वो समय देखा तो नहीं लेकिन उसके बारे में पढ़ा जरुर है। इस कानून को देखकर तो ऐसा लगता है कि जैसे यह मुसलमानों के खिलाफ हो। ये कानून गरीबों के खिलाफ है और वो गरीब कोई भी हो सकता है।
उर्मिला मातोंडकर ने इस वजह से छोड़ा कांग्रेस का हाथ
बताते चलें कि उर्मिला ने कांग्रेस की टिकट पर उत्तर मुंबई से चुनाव लड़ा था। हालाकि चुनाव हारने के बाद उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मुंबई कांग्रेस में बड़े लक्ष्य पर काम करने के स्थान पर अपने निजी स्वार्थ के लिए पार्टी की आंतरिक राजनीति का हिस्सा मैं नहीं बन सकती। मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं ऐसा करने की मुझे अनुमति नहीं देती।
अपनी हार का जिम्मेदार उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं को ठहराया था। उन्होंने तत्कालीन मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को खत लिखकर कांग्रेस नेताओं की शिकायत की थी।