अगर आपको अपने घर का रेनोवेशन करवाना है, जैसे घर में कुछ काम करवाना है या कुछ नया खरीदना है और आपके पास पैसा नहीं है तो आप क्या करेंगे? ऐसे में आपके पास दो रास्ते हैं, या तो आप अपने क्रेडिट कार्ड से इसका भुगतान करें और अगर आप एक बार कुल राशि का भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं तो खर्च की गई राशि की ईएमआई बनवा लें या फिर आप पर्सनल लोन से अपनी जरूरत को पूरा सकते हैं।
हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि आपके लिए पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड दोनों में से कौन सा बेहतर है-
पर्सनल लोन-
इस लोन को आमतौर पर असुरक्षित कर्ज माना जाता है, जिसमें चिकित्सा कारणों से होने वाले खर्चों से लेकर अवकाश (वैकेशन) के दौरान की जाने वाली महंगी खरीद शामिल होती है। पर्सनल लोन पर वसूली जाने वाली ब्याज की दर भी काफी ऊंची होती है।
क्रेडिट कार्ड लोन-
क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले लोन के लिए किसी भी तरह की दस्तावेजों की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि यह पहले से ही मंजूर लोन होता। इस तरह लोन में आपकी क्रेडिट कार्ड सीमा का एक निश्चित हिस्सा जो अनुपयुक्त है, उसे लोन (ऋण) के रूप में दिया जाता है।
दस्तावेज-
पर्सनल लोन के लिए आपको कुछ दस्तावेज देने होते हैं ताकि आपको लोन मिल सके। जबकि क्रेडिट कार्ड के लिए किसी भी कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं होती है।
ब्याज-
आमतौर पर पर्सनल लोन13 से 22 फीसद ब्याज पर दिया जाता है, जबकि क्रेडिट कार्ड लोन 10 से 18 फीसद ब्याज पर दिया जाता है। क्रेडिट कार्ड लोन का फायदा फ्लैट इंटरेस्ट रेट (ब्याज दर तय होती है) पर लिया जाता है, जबकि पर्सनल लोन में कम होती लोन राशि के साथ ब्याज दर कम होती रहती है। हालांकि ये दोनों ही तरह के लोन अनसिक्योर्ड होते हैं।
टेन्योर-
क्रेडिट कार्ड लोन कम समय के लिए लिया जा सकता है, जबकि पर्सनल लोन आमतौर पर लंबी अवधि के लिए लिया जाता है।
लोन की राशि-
क्रेडिट कार्ड से लोन छोटी अवधि के लिए छोटी राशि के वास्ते बेहतर है जबकि पर्सनल लोन बड़ी राशि लेने के लिए ठीक है।