लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियों में कोई फर्क नहीं है। न्यूज एजेंसी ANI को दिए गए एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा गठबंधन भारत को नया प्रधानमंत्री देना चाहता है। जब नतीजे सामने आ जाएंगे, तब पार्टी प्रधानमंत्री पद के बारे में तय करेगी।
गठबंधन भारत को नया प्रधानमंत्री
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पीएम पद की रेस में शामिल होने के सवाल पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि स्पष्ट तौर पर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। हमारा गठबंधन भारत को नया प्रधानमंत्री देना चाहता है। जब अंतिम नतीजे सामने आ जाएंगे, तब पार्टी प्रधानमंत्री पद के बारे में तय करेगी। अच्छा होगा, यदि नेताजी को यह सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि संभवतः मुलायम सिंह पीएम पद की दौड़ में शामिल नहीं है।
किसी भी कोने से पीएम बन सकता
अखिलेश ने कहा कि इतने गठबंधन है तो हमारे पास विकल्प हैं। हम देश को नया पीएम देना चाहते हैं। यूपी ने हमेशा पीएम दिया है। किसी भी कोने से पीएम बन सकता है, लेकिन अगर यूपी से बनता है तो मुझे खुशी होगी। राष्ट्रवाद के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे अपने जीवन का परिचय नहीं देना है। मैं सैन्य विद्यालय में सात साल पढ़ हूं, मेरे साथ के लोग शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा मेरी पत्नी स्वयं फौजी परिवार से है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम गाते बजाते नहीं है, परेड कर बता सकते हैं।
पार्टी कमजोर उम्मीदवार नहीं उतारती
सपा अध्यक्ष ने कहा, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं, आतंकवादियों के पास सपा का झंडा है… क्या वह बताएंगे, उनके पास कितने झंडे हैं…? उन्होंने कहा कि उनके पास एक झंडा उनके ‘मठ’ का है, एक हिन्दू युवा वाहिनी का, और एक झंडा आरएसएस का है। उन्होंने कहा कि हमारे पास तो सिर्फ दो ही झंडे हैं एक भारत का और दूसरा पार्टी का। अखिलेश यादव ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के उसे दावे को खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी के वोट काटने के लिए कांग्रेस ने कमजोर उम्मीदवार उतारे हैं। अखिलेश यादव ने उनके दावे को नकारते हुए कहा कि लोग उनके साथ नहीं हैं ऐसे में यह एक बहाना है। कोई भी पार्टी कमजोर उम्मीदवार नहीं उतारती है।
अखिलेश ने शिवपाल को लेकर पूछे गए सवाल, क्या दोनों फिर से एक हो सकते हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ये कह पाना मुश्किल है। गलती किसकी थी, ये जानना जरूरी है।