दुनियाभर में सौर ऊर्जा को अपनाने की दिशा में तेजी लाने के क्रम में, अमेरिका भी एक सदस्य देश के रूप में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल हो गया। यूएनएफसीसीसी सीओपी26 जलवायु सम्मेलन में आज अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी ने यह घोषणा की। सौर ऊर्जा वाले अप्रोच के जरिए वैश्विक ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाने के लिए आईएसए की रूपरेखा वाले समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला अमेरिका 101वां देश बन गया है।
हमें अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने की खुशी है, जिसे स्थापित करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेतृत्व किया – जॉन केरी
आईएसए के 101वें सदस्य के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका का स्वागत करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह कदम आईएसए को मजबूत करेगा और दुनिया को ऊर्जा का एक स्वच्छ स्रोत प्रदान करने को लेकर भविष्य की कार्रवाई को आगे बढ़ाएगा।
रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए जलवायु पर अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होकर खुश हैं जिसकी स्थापना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगुआई की। हमने इस संबंध में ब्योरे का अध्ययन किया है और यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका हिस्सा बनकर हम खुश हैं। यह वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा के तेजी से और ज्यादा उपयोग की दिशा में अहम योगदान होगा। यह विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए महत्वपूर्ण होगा।’
आईएसए के महानिदेशक डॉ. अजय माथुर ने कहा, ‘आईएसए के ढांचे और दृष्टिकोण को अमेरिका का समर्थन एक उत्साहजनक सुखद घटनाक्रम है, विशेष रूप से 101वें सदस्य देश के तौर पर यह खास है। यह दर्शाता है कि दुनियाभर के देश सौर ऊर्जा के आर्थिक और जलवायु परिवर्तन के हिसाब से इस ऊर्जा स्रोत की क्षमता को समझ रहे हैं। यह वैश्विक ऊर्जा संक्रमण के लिए उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है।’
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के शुभारंभ की घोषणा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रंकोइस ओलांद ने फ्रांस के पेरिस में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी-21) के 21वें सत्र में 30 नवंबर 2015 को की थी। संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून ने लगभग 120 देशों के प्रमुखों के साथ लॉन्च में हिस्सा लिया था, जिन्होंने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयासों में अपनी भागीदारी की प्रतिबद्धता जताई थी।
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के बारे में:।आईएसए संधि-आधारित एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका प्राथमिक कार्य वित्तपोषण एवं प्रौद्योगिकी की लागत को कम करके दुनियाभर में सौर विकास को उत्प्रेरित करना है। आईएसए सौर ऊर्जा को एक साझा समाधान के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है जो एक साथ सभी भौगोलिक क्षेत्रों में जलवायु, ऊर्जा और आर्थिक प्राथमकिताओं पर गौर करते हुए वैश्विक स्तर पर ऊर्जा संक्रमण की सुविधा, राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा और स्थानीय स्तर पर ऊर्जा पहुंच सुनिश्चित करता है।
आईएसए बड़े देशों की वैश्विक प्रतिबद्धताओं में मदद कर रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन घटाकर ग्रह को सुरक्षित बनाया जा सके। इसके साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर देशों की मदद करते हुए एक आत्मनिर्भर ऊर्जा विकल्प स्थापित करने में मदद करता है, जो व्यापार निर्भरता को कम करता है और रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है। सामाजिक-आर्थिक स्तर से परे सार्वभौमिक, सस्ती और भरोसेमंद बिजली कनेक्टिविटी आर्थिक विकास और पर्यावरणीय प्रभाव को सुविधाजनक बनाने की दिशा में इन संयुक्त प्रयासों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ और लक्षित, ठोस परिणाम है।