लखनऊ। नारी तू ही नारायणी…जोश से सराबोर महिलाएं… तालियों से गूंजता सभागार… सम्मान पाकर मुस्कुराते चेहरे… और एक साधारण महिला का ओजस्वी भाषण… जिसके उद्बोधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मुख्य अतिथियों के साथ सभागार में मौजूद हर एक व्यक्ति उस समय उठ खड़ा हुआ। जब वाराणसी की भगवानी देवी ने बाबा काशी विश्वनाथ का स्मरण कर हर हर महादेव के जयकारे लगावाए। भगवानी देवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गांव की महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से आर्थिक स्वावलंबन की राह दिखाई है। आज ग्रामीण परिवेश की महिलाएं भी समाज का नेतृत्व कर रही हैं।
- हर हर महादेव के जयकारों से गूंजा सभागार, नारी शक्ति ने मंच से किया महिलाओं को प्रेरित
- तालियों से गूंजा सभागार, नारी के उत्थान में योगी सरकार खड़ी हर हाल में
उन्होंने बताया कि मैं मां सरस्वती स्वयं सहायता समूह मैं बतौर कोषाध्यक्ष कार्य कर रही हूं मैंने इस समूह से 13 महिलाओं को जोड़ा है। मैं मधुमक्खी पालन समेत खेती-बाड़ी का कार्य कर रही हूं जिससे मुझे अच्छी आमदनी हो रही है। ये कार्य मेरा साल 2015 से चल रहा है पर साल 2017 के बाद से इस कार्य में मुझे सफलता मिली। योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं का सीधा लाभ हम सभी महिलाओं को मिल रहा है। मैं मधुमक्खी पालन के लिए दूसरी अन्य महिलाओं को भी जुड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही हूं जिससे वह शहद भी खाएं सेहत भी बनाया और उपज भी बढ़ाएं।
आर्थिक तंगी हुई दूर
प्रयागराज की प्रमिला कुमारी ने बताया कि मेरा परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था पर जब से वनवासी आजीविका स्वयं साहायता समूह बनाया तब से दिन ब दिन मेरी परिस्थितियां बेहतर होने लगी। इससे पहले मेरा परिवार पत्तल बनाता था पर स्वयं सहायता से जुड़ने के बाद मैंने बीए एलएलबी किया और गांव की बेटियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा आज वनवासी आजीविका स्वयं साहायता समूह से 600 से 700 महिलाएं जुड़ गई हैं।