योगी सरकार आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को टेकओवर करने की तैयारी में है। इसके लिए यूपी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। सरकारी सूत्रों का दावा है कि जौहर यूनिवर्सिटी में सरकार का पैसा लगा है। ऐसे में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार जौहर यूनिवर्सिटी को टेकओवर कर सकती है। आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी लगातार विवाद में है। जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी जमीनों पर कब्जा व सरकारी पैसे के दुरुपयोग आरोप है। इस सिलसिले में मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है। जौहर यूनिवर्सिटी पर कब्जे की बाबत डीएम ने जौहर विवि ट्रस्ट के अनियमितताओं की रिपोर्ट भी शासन को भेज दी है।
जौहर यूनिवर्सिटी पर आजम खान के परिवार का कब्जा है। सपा सांसद आजम खान रामपुर में स्थित जौहर विवि के संस्थापक और कुलपति हैं। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम विवि के सीईओ और ट्रस्ट के सदस्य हैं। आजम खान की पत्नी विधायक डॉ. तजीन फात्मा भी ट्रस्ट की सदस्य हैं। ये सभी लोग फर्जीवाड़ा मामले में जेल में बंद हैं।
विश्वविद्यालय में अनियमितताओं की बाढ़ है। विवि ट्रस्ट की ओर से हर साल भेजी जाने वाली रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही । ऐसे में नियमों का उल्लंघन हो रहा है। जौहर ट्रस्ट को हर साल एक अप्रैल में प्रगति रिपोर्ट देनी होती है लेकिन, जौहर ट्रस्ट ने कभी कोई रिपोर्ट नहीं दी। इसकी जांच उपजिलाधिकारी सदर को सौंपी गयी है।
प्रशासन के आदेश पर इस यूनिवर्सिटी की जांच पड़ताल में कई गड़बड़ियां पायी गयीं। जांच में पाया गया कि इसमे स्टांप से छूट दी गई थी। यहां अल्पसंख्यक गरीबों को मुफ्त में शिक्षा नहीं दी जा रही है। यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से पुलिस ने मदरसा आलिया से चोरी किताबें बरामद कर पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा पिछले साल 26 किसानों ने आजम के खिलाफ जमीन कब्जा कर यूनिवर्सिटी में मिलाने के मुकदमे दर्ज कराए थे।