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विधानसभा चुनाव 2022 : “लोक संकल्प पत्र” के नाम से जाना जायेगा रालोद का घोषणा पत्र

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल लोक संकल्प समिति की बैठक सहअध्यक्ष प्रो. अजय कुमार की अध्यक्षता में आज राष्ट्रीय लोकदल मुख्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद व राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे की उपस्थिति में सम्पन्न हुयी। जिसमें लोक संकल्प समिति के सदस्य रिटायर्ड आईएएस एसके वर्मा, पूर्व विधायक मेजर जेपी सिंह, पूर्व एमएलसी रामाशीष राय, अखिल बंसल, डाॅ. सुशील गौतम, संतोष यादव, प्रो. दुष्यंत कुमार उपस्थित थे। बैठक में उप्र. के आगामी विधान सभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र तैयार करने के लिए सभी पदाधिकारियों, व कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनके सुझाव लिये गये। बैठक में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने सुझाव देते हुये मंहगाई स्वास्थ, बेरोजगारी, गन्ने का भुगतान तथा गन्ना, गेहूं व धान के मूल्यों को लेकर अपने सभी सुझाव दिये। पूर्वांचल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बाढ़ से स्थाई निजात पाने के लिए रणनीति बनाने के सुझाव दिये।

बैठक को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र तैयार करने के लिए राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश के सभी वर्गो से संवाद कर रहा है और रालोद का घोषणा पत्र लोक संकल्प पत्र के नाम से जाना जायेगा। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार और किसान मजदूर का कल्याण, स्वास्थ शिक्षा, रोजगार सामाजिक न्याय एवं महिला सुरक्षा जैसे मुददे पार्टी के लोक संकल्प के केन्द्र बिन्दु होंगे।

समिति के सहअध्यक्ष पूर्व विधायक डाॅ. अजय कुमार ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने के लिए लोक संकल्प समिति जनता की अपेक्षाओं एवं समस्याओं पर व्यापक जन संवाद करने हेतु विभिन्न मण्डलों का दौरा कर रही है पार्टी का मत है कि घोषणा पत्र आमजन के बीच से आये। लोक संकल्प में विभिन्न वर्गो से निदान हेतु समुचित प्रावधान किये जायेगे। उप्र. की चरमरा रही व्यवस्था में रायसुमारी से रचे गये सुधार व्यवहारिक और सार्थक होंगे। इस चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल सबसे पहले मुददों को आगे रखकर चुनावी मैदान में आगे उतरेगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा की हिन्दु मुस्लिम वाली राजनीति से प्रदेष के युवाओं किसानों, मजदूरों व दलित वंचित समाज का भारी नुकसान हुआ है। अमीर और गरीब के बीच खाई बढ़ती जा रही है गन्ना किसानों का लगभग 17000 करोड रूपया बकाया है। किसान बदहाल है युवाओं को रोजगार नहीं है। पिछले चार वर्षो से गन्ने के रेट में एक रूपये की बढोत्तरी नहीं हुयी है जबकि डीजल बिजली खाद और कीटनाषक तथा कृषि यंत्रों के दामों में भारी वृद्वि हुयी है। शहरों में बढते प्रदूषण और पार्किग की समस्या मुंह बाए खड़ी है। कोरोना काल में भय, मुत्यु और लाचारी का माहौल व्याप्त था। अस्तपतालों में बेड व ऑक्सीजन की कमी से जनता कराह रही थी और बड़ी संख्या में कोरोना के कारण मौते हुयी।

अधिवक्ताओं का प्रतिनिधित्व

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने लोक संकल्प समिति की बैठक में विचार व्यक्त करते हुये कहा कि प्रदेश की विधान परिषद में स्नातक/शिक्षक/स्थानीय निकाय की तर्ज पर अधिवक्ताओं का भी प्रतिनिधित्व किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निकायों द्वारा घरो तक वाटर की पाईप लाइन न होने पर 100 मीटर परिधि के दायरे में जल शुल्क लिया जाता है जिसे समाप्त करने व बेसिक षिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों मे पढे छात्र/छात्राओं को ही प्रशासनिक सेवाओं में आवेदन करने की अनिवार्यता को शामिल करने की बात उठाई।

बैठक में टीम आरएलडी के संयोजक अनुपम मिश्रा, वसीम हैदर, चन्द्रबली यादव, आदित्य विक्रम सिंह, विष्वेष्नाथ मिश्रा, प्रो. यज्ञदत्त शुक्ला, रजनीकांत मिश्रा, मनोज सिंह चौहान, चौ. भूपाल सिंह,  प्रदेश   प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी व ऐष्वर्यराज सिंह, रत्ना पाण्डेय, युवा रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह पटेल, युवा रालोद के प्रदेष अध्यक्ष अम्बुज पटेल, युवा रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गंगा सिंह सैंथवार, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष ममता शुक्ला, देवप्रकाष राय, जयप्रकाष वर्मा, विधि प्रकोष्ठ के  प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना, छात्रसभा के  प्रदेश  अध्यक्ष अभिषेक सिंह  चौहान, पिछडा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रमाषंकर यादव, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, काषी क्षेत्र के अध्यक्ष हवलदार यादव, संतकबीर नगर क्षेत्र के अध्यक्ष रमेष सिंह सैंथवार, तराई क्षेत्र के अध्यक्ष मंजीत सिंह, प्रयाग क्षेत्र के अध्यक्ष रामसजीवन पटेल, कानपुर क्षेत्र के अध्यक्ष नरेन्द्र यादव, बीएल प्रेमी, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, इकराम सिंह, जिलाध्यक्ष सीमाव अहमद चांद मियां, आरपी सिंह चौहान, राम सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष चन्द्रकांत अवस्थी, बेलाल अहमद, विमलेष पाठक, बसंत सिंह, मो. उस्मान, अखिलेष वर्मा, महेष सिंह, रामकृष्ण पटेल, डाॅ. सत्येद्र सिंह, संतोष पटेल, रामभुवन राव, विपिन श्रीवास्त, देवेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह हैंसी, अश्विनी प्रताप सिंह, सुमित सिंह, अमन पाण्डेय, शषांक श्रीवास्तव, संगीता, संध्या सिंह, लीना सिंह, नंदिनी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये अपने अपने जनपदों की समस्याओं को समिति के समक्ष रखा। बैठक में अवध, काशी, प्रयाग, तराई, कानपुर, संतकबीरनगर, बुन्देलखण्ड, क्षेत्र के सभी जिला व शहर अध्यक्षों ने उपस्थित होकर अपने सुझाव दिये।

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