पाकिस्तान से बिना वीजा के चार बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा आई सीमा हैदर से लगातार दूसरे दिन एटीएस ने पूछताछ की। सीमा के साथ ही उसके पति सचिन मीणा, सचिन के पिता नेत्रपाल और सीमा के दो बच्चों से भी मंगलवार को सवाल-जवाब किए गए।
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सभी को रात करीब साढ़े 8 बजे वापस घर भेज दिया गया। पूछताछ के दौरान सीमा ने जासूस होने की बात से साफ इनकार किया और सचिन से मोहब्बत होने के कारण ही भारत आने की बातें दोहराई।
सचिन से क्या सवाल?
● सीमा के संपर्क में कब से था, पबजी के माध्यम से कैसे प्यार हुआ
● पबजी वाली कहानी कितनी सच, कब से चल रहा था दोनों में प्रेम प्रसंग
● सीमा से मिलने के लिए कैसे नेपाल पहुंचा, किसने मदद की
● डेढ़ माह तक सीमा को रबुपूरा में रखा, किसी को सूचना क्यों नहीं दी
● पाकिस्तानी महिला के भारतीय दस्तावेज बनवाने के क्यों प्रयास किए
● वह 13 हजार रुपये महीने कमाता है, ऐसे में कैसे सबका खर्च चला रहा
सीमा से क्या-क्या सवाल?
● क्या है सीमा का पाकिस्तान से जुड़ा इतिहास, वहां क्या किराये पर थी? अगर हां तो घर कैसे बेच दिया
● क्या सीमा किसी पाकिस्तानी एजेंसी या सेना के संपर्क में थी? उसके परिवार के कौन-कौन सदस्य किस पद पर पाकिस्तान की सेना में हैं
● वास्तविक उम्र क्या है। उसकी 21, 27 और 30 वर्ष की अलग-अलग उम्र सामने आ रही। उसने क्यों अलग-अलग उम्र के दस्तावेज बनवाए
● उसने चार मोबाइल और पाकिस्तान का सिम क्यों तोड़ दिया
● क्या वह पहले भी कभी भारत आई
● सचिन से पहले वह भारत के कितने युवकों के संपर्क में आई
● सचिन के साथ पहली मुलाकात कब और कैसे हुई
● पबजी ही मुलाकात का माध्यम था या कुछ और
● किस-किस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके एकाउंट हैं
● तीन सालों में कौन-कौन से मोबाइल नंबर उसके पास थे
● कराची से शारजाह, वहां से काठमांडू और फिर भारत आने के दौरान किस-किसने मदद की
● भारतीय संस्कृति और हिन्दी के बारे में वह इतना सबकुछ कैसे जानती है, क्या उसने इसकी ट्रेनिंग ली
एटीएस ने सेक्टर 58 स्थित कार्यालय में सभी से पूछताछ की। सीमा हैदर समेत उसके 6 और 5 साल के दो बच्चों से भी पाकिस्तान से रबुपूरा तक आने के सफर के बारे में जानकारी ली गई। बड़े बेटे फरहान और बेटी फरवा से मिली जानकारी को भी सीमा के बयानों से मिलान किया जा रहा है।
पूछताछ के लिए एटीएस के एसएसपी अभिषेक ने नोएडा में ही डेरा डाल रखा है। उनके नेतृत्व में मामले की जांच चल रही है। मामले की जांच आईबी, गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी पुलिस और अन्य एजेंसियां भी कर रही हैं। अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था आनन्द कुलकर्णी ने कहा कि रबुपूरा थाने में दर्ज मुकदमे की जांच नोएडा पुलिस कर रही है। एटीएस की जांच अलग चल रही। एटीएस से जो भी इनपुट मिलेगा, उसे नोएडा पुलिस अपनी जांच में शामिल करेगी।