समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के दिन अच्छे नही चल रहे। उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने उनकी विधायकी खत्म करने का आदेश जारी कर दिया है। दरअसल चुनाव लड़ते वक्त अब्दुल्ला आजम की उम्र पूरी नहीं थी और इसके लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। इस आदेश के बाद 16 दिसंबर 2019 से रामपुर की स्वार सीट खाली घोषित हो गयी।
आजम खान, उनकी बेगम और उनका बेटा तीनों इस समय जेल में है। उन पर उम्र के फर्जीवाड़े का मामला है।अब्दुल्ला आजम के खिलाफ बसपा उम्मीदवार रहे नवाब काजिम अली ने शिकायत दर्ज की थी। इस शिकायत में आरोप लगाया गया कि चुनाव के वक्त अब्दुल्ला 25 साल के नहीं थे।
अब्दुल्ला पर फर्जी दस्तावेज लगाकर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया गया था। इसी शिकायत पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी उनके खिलाफ फैसला सुनाया था।अब्दुल्ला आजम सपा सांसद आजम खान के छोटे बेटे हैं।
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में अब्दुल्ला ने पहली बार चुनाव लड़ा था। अब्दुल्ला ने रामपुर क्षेत्र की स्वार विधानसभा सीट से चुनाव जीता था।