उत्तर प्रदेश के बलिया गोलीकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई देवेंद्र प्रताप सिंह समेत पांच अन्य आरोपियों को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अभी भी फरार है, जिसे पकडऩे के लिए दर्जन भर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है. इस बीच फैसला लिया गया है कि दुर्जनपुर गांव मे सभी असलहों का लाइसेंस निरस्त किया जायेगा.
इस बीच आजमगढ़ जोन के आईजी सुभाष चंद्र दुबे, दुर्जनपुर गांव में कैंप कर रहे हैं. वही आरोपियों की तलाश में पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें जगह-जगह पर दबिश दे रही हैं. उधर इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के घर पर जमकर तोडफ़ोड़ की है. बताया जा रहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी की हरसंभव कोशिश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मुख्य आरोपी के घर की महिलाओं को थाने में बैठाया है. साथ ही पुलिस ने आरोपी के घर में काफी तोडफ़ोड़ भी की है. पुलिस के जवानों ने आरोपी के घर की खिड़कियां तोड़ डाली है. यही नहीं घर में रखे फर्नीचर पर भी पुलिसिया कहर टूटा है. साथ ही साथ घर के बाहर खड़ी बाइक और कार को भी पुलिस के गुस्से का शिकार होना पड़ा है.
गौरतलब है कि 15 अक्टूबर की दोपहर बाद बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर की जा रही कार्यवाही में दो पक्षों में भिड़ंत हो गई. जिसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई.